रिपोर्ट – हरिश्चंद्र राजपूत
हमीरपुर। रेलवे के बने अंडर ब्रिज में पानी भरने से ग्रामीणों व राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं 1 दर्जन से अधिक गाँवो को संपर्क में जोड़ने वाला यह मार्ग पुण्यता हुआ ठप हो गया हैं, गांव वालों को आने जाने में पानी से निकल कर जाना पड़ता हैं, ये रेलवे अंडर ब्रिज मौदहा के सिजनौडा व करहिया गाँव के गेट नंबर 13,14 का हैं, जिसमे साफ तौर से दिखाई दे रहा हैं कि ग्रामीणों के हालात बद से बत्तर हो गए है, वही गाँव वालों का कहना हैं कि ये कोई नई बात नही यहाँ तो हमेशा इसी तरह जलभराव रहता है, जिससे यहाँ के आसपास के 1 दर्जन से अधिक गाँवो का संपर्क पूर्णता टूट जाता हैं ।
पूरा मामला हमीरपुर के मौदहा तहसील के ग्राम करहिया और सिजनौडा का हैं, जहाँ रेलवे के बने अंडर ब्रिज से ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। ठेकेदारों और रेलवे विभाग के सभी जिम्मेदार अधिकारी अभी भी चैन की नींद सोये हुए हैं। रेलवे प्रशासन के लाख प्रयास करने के बाद 1 वर्ष का टेंडर होने पर ठेकेदारो को पानी निकालने को जिम्मेदारी सौंपी गई, पर अभी तक कोई भी काम वहाँ सही होता दिखाई नहीं दिया और नाही कोई मोटर न इंजन की व्यवस्था है, कई किलोमीटर से चक्कर लगाने के बाद अपने मंजिल पहुंच पाते हैं लोग, वही गुरदहा ग्राम का श्याम नाला उफान में होने से टापू बन कर रह गया है, वही भोले-भाले ग्रामीणों का कहना है कि अगर कोई बीमार हो जाए तो पानी की समस्या के कारण वह वही दम तोड़ देगा, वहीं ग्रामीणों का कहना है कि दोनों रोडो का संपर्क टूटने से हमारा गांव 1 सप्ताह से टप्पू की तरह बन गया है। आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। आखिर प्रशासन क्यो मौन हैं, क्यो नही दिख रही ग्रामीणों की समस्या, ग्रामीणों द्वारा कई बार ठेकेदार व रेलवे के आला अधिकारीयों को अवगत कराने के बाद भी अधिकारीयो से उन्हें हमेशा की तरह से रटा रटाया 1 जवाब मिलता हैं आप परेशान न हों पानी निकला देंगे।