रायबरेली-सड़क दुर्घटना में अपने पिता की मौत का मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुत्र पुलिस थाने के चक्कर काट रहा है । लेकिन मुकदमा दर्ज किए जाने के संदर्भ में अब तक पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है ।
मामला मिल एरिया थाना क्षेत्र के पूरे ठकुराइन मजरे अमावा गांव का है । जहां गांव निवासी सुखराम पुत्र सत्यनारायण बीती 24 अप्रैल को रायबरेली किसी काम से गया था । जहां से वापस लौटते समय रात 10 बजे रोड पर पुलिया के लिए निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में सुखराम बाइक समेत गिर गया था । घटना में सुखराम गंभीर रूप से घायल हो गया । जानकारी पाकर आसपास के लोगों ने घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी हालत नाजुक होने पर चिकित्सक ने ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया था । रोड निर्माण करा रही कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते पुलिया के लिए खोदे गए 10 फुट गहरे गड्ढे के आसपास राहगीरों की सुरक्षा के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया था । और ना ही डायवर्जन बोर्ड या पुलिया खुदी होने से संबंधित कोई संकेत लगाया गया था । घटना के बाद घायल सुखराम के पुत्र विजय कुमार ने जिम्मेदारों पर कार्यवाही के लिए पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया था । लेकिन पुलिस ने प्रार्थना पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया । पुलिस की पैरवी से थक चुके विजय कुमार ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई थी । इधर बीती 3 मई को घायल सुखराम की ट्रामा सेंटर में उपचार के दौरान मौत हो गई । तो मेडिकल कॉलेज द्वारा शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया । परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया । सुखराम की मौत के बाद पुत्र विजय कुमार ने फिर से पुलिस से मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए मिन्नतें की है । लेकिन पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है । इस संबंध में इंस्पेक्टर सुनील कुमार दुबे ने कहा उच्चाधिकारियों से मुकदमा दर्ज करने के लिए संस्तुति चाही गई है । संस्तुति मिली तो मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जाएगी । वहीं इस संबंध में एसडीएम सदर राजेंद्र शुक्ला का कहना है मामला संज्ञान में है लेकिन अभी तक मुझे इस संदर्भ में कार्यवाही के लिए कोई लिखित सूचना नहीं प्राप्त हुई है । वहीं दूसरी तरफ मृतक के पुत्र ने बिना किसी को सूचित किए शव का अंतिम संस्कार कर दिया । मामला एनएचएआई से जुड़ा हुआ है । जिसके द्वारा रोड के निर्माण का किसी कंपनी को ठेका दिया गया है । प्रकरण में यदि मुझे कार्यवाही के लिए कोई सूचना दी जाती है । तो जो भी वैधानिक कार्यवाही होगी की जाएगी ।
अनुज मौर्य/मनीष मौर्य रिपोर्ट