महोबा , आशा ग्रामोत्थान संस्थान लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के द्वारा मुक्ति दिवस मनाया गया। जिसमें लोगों को जागरुक करते हुये नशा से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारियां दी गई। साथ ही लोगों से नशामुक्त जीवन जीने की अपील की गई। आशा ग्रामोत्थान संस्थान लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के हेमन्त कुमार ने लोगों को नशा के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है, जो हमारे मूल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे की लत से पीडित व्यक्ति परिवार के साथ साथ समाज पर भी बोझ बन जाता है।
इस समय युवा पीढी भ्रामक विज्ञापनों के चक्कर में फंसकर सबसे ज्यादा नशे की लत से पीडित है। सरकार इन पीडितों को नशे के चंगुल से मुक्त कराने के लिये नशा मुक्ति अभियान चलाती है। ताकि युवा पीढी शराब, गुटखा, सिगरेट आदि के नशे के चंगुल में न फंसकर अपने अपने देश को विकास के पथ पर आगे ले जाने में सहयोग करे। उन्होने कहा कि नशे की लत में पडकर न जाने कितने लोग वर्वाद हो चुके है। इसलिये उन्होने सभी से नशा मुक्त जीवन जीने का संकल्प लिया। इस दौरान संस्था प्रमुख राजेन्द्र भदौरिया, चन्द्रशेखर राजपूत, मु0 नईम सहित संस्था के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट – राकेश कुमार अग्रवाल
आशा ग्रामोत्थान संस्थान द्वारा नशामुक्त जीवन जीने का दिलाया गया संकल्प
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