रायबरेली
वे कौन से शरारती तत्व है जो रायबरेली के शांतिपूर्ण माहौल को शायद अब अच्छा नहीं देखना चाहते हैं। इसका अंदाजा कुछ ही दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पत्रों के माध्यम से ही पता चल रहा है। इसी क्रम में जनपद में जिला अधिकारी और सीएमओ के बीच चल रहे उठापटक में उत्तर प्रदेशीय मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश ने भी बीच- बचाव का रास्ता निकाला है। दोनों के बीच हुए गलती और गलतफहमी के संबंध में दिनांक 05/09/2020 को पी0एम0एस0संघ रायबरेली के अध्यक्ष द्वारा सौहार्दपूर्ण वातावरण में निर्णय लेकर प्रकरण का पटाक्षेप किया जा चुका है। किंतु वर्तमान समय में पी0एम0एस संघ द्वारा अनावश्यक रूप से उसी प्रकरण को फिर से तूल दिया जा रहा है। इस परिक्षेप्य में उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ शाखा रायबरेली पीएमएस संघ के ने उपरोक्त कार्य की कड़े शब्दों में निंदा की है। और वर्तमान समय में वैश्विक महामारी कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए, संयुक्त प्रयास द्वारा आम जनमानस का बचाव किए जाने हेतु पूर्व प्रस्तावों पर पुनर्विचार किए जाने हेतु आग्रह भी किया है। उन्होंने साफ तौर से कहा है कि यदि पी0एम0एस संघ अपने पूर्व प्रस्ताव पर विचार नहीं करते हैं तो उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ शाखा रायबरेली द्वारा पूर्ण विरोध किया जाएगा। यह जानकारी श्रीमती मंजू लता दीक्षित कार्यवाहक अध्यक्ष ने दी।
अनुज मौर्य रिपोर्ट