उत्तर मध्य रेलवे के 60000 रेलकर्मियों का लाॅकडाउन में रहा अहम योगदान

9

30000 फंसे व्यक्तियों को उपलब्ध कराया भोजन, 16 प्रसूताओं का कराया गया सुरक्षित प्रसव

राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे ने अपने ६०००० कर्मियों के माध्यम से लॉकडाउन में भी परिवहन सुविधा के साथ पार्सल व सामन को सुरक्षित पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

रेलवे सुरक्षा बल ने सभी खाली कोचिंग रेकों, 400 से अधिक स्टेशनों और अन्य रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण के तहत रेलवे स्टेशनों के निकट 30000 से अधिक असहाय और फंसे व्यक्तियों को नि: शुल्क भोजन भी उपलब्ध कराया।

श्रमिक विशेष गाड़ियों में 16 बच्चों की सुरक्षित डिलीवरी में रेलवे डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भी सहायता की।उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में 429 समय-सारणीबद्ध पार्सल ट्रेनों, खाली कोचिंग रेकों सहित 4500 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की एस्कार्टिंग के वृहद कार्य को संभालने के अतिरिक्त रेल सुरक्षा बल ने 138 प्रारम्भिक, 202 टर्मिनेटिंग और उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में निर्धारित ठहराव वाली 70 श्रमिक विषेश गाड़ियों में स्टेशन पर डी-बोर्डिंग, बोर्डिंग, यात्रियों में सोशल डिस्टैनसिंग आदि कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई है । 12 मई से वातानुकूलित स्पेशल गाड़ियों और 01 जून से अन्य विशेष ग़ाड़ियों के परिचालन प्रारम्भ होने के साथ, उत्तर मध्य रेलवे में ठहराव वाली 126 स्पेशल गाड़ियों के लिए रेल सुरक्षा बल द्वारा ट्रेनों की एस्कोर्टिंग और स्टेशनों पर होने वाली गतिविधियों का कुशलता से संचालन किया जा रहा है।

रेल सुरक्षा बल कर्मियों ने लॉकडाउन के दौरान सुरक्षा बल के परिवार के सदस्यों के लिए ऑनलाइन क्विज़ प्रतियोगिताओं के आयोजन, रेलवे कॉलोनियों में कोरोना सम्बंधी विभिन्न जागरूकता अभियान, जिसमें भिक्षु का भेष बनाना इत्यादि सम्मिलित था , गीतों के माध्यम से मनोबल बढ़ाने कार्यों आदि के सम्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Click