रिपोर्ट – विकास जैन
अमेठी : स्मृति जुबिन इरानी सांसद अमेठी, वस्त्र व महिला एवं बाल विकास मंत्री भारत सरकार ने अपने संसदीय क्षेत्र के हर घर-घर तक स्वच्छ पीने का पानी पहुंचाने के कोशिश की है। दीदी की पहल पर जल्द ही इस पर काम भी शुरू होने को है। इसको लेकर स्मृति इरानी ने अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर के जिलाधिकारियों के साथ ही जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के तहत होने वाले कार्यों को लेकर विस्तार से बात की। स्मृति इरानी ने अपने संसदीय क्षेत्र में पेयजल की समस्या को दूर करने एवं हर घर में स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाने तथा समय-समय पर वाटर क्वालिटी टेस्टिंग हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत छूटे हुए परिवारों को शौचालय से अच्छादित किया जाय। डीएम अमेठी अरुण कुमार ने स्मृति इरानी को बताया कि बेसलाइन सर्वे 2012 के अंतर्गत जनपद में कुल 2,77,793 इज्जत घरों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, लेफ्ट आउट बेसलाइन अंतर्गत कुल 77,294 इज्जत घरों का निर्माण कराया गया है, एनओएलबी अंतर्गत कुल लक्ष्य 25,864 के साथ 5,751 इज्जतघरों का निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया गया है एवं शेष इज्जत घरों के निर्माण हेतु कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि ठोस एवं अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत ग्राम पंचायतों में जन जागरूकता अभियान चलाया गया एवं 2,555 सूखा कचरा एवं गीले कचरे का प्रबंधन करते हुए कूड़ा दान को स्थापित कराया गया समस्त ग्राम पंचायतों में कुल 970 सोक फीट का निर्माण कराया गया एवं 751 खाद गड्ढे का निर्माण कराया गया है। जनपद में 682 ग्राम पंचायतों में एक सामुदायिक शौचालय पीआईजीएफ योजना तथा एक सामुदायिक शौचालय चतुर्थ राज्य वित्त तथा 14वां वित्त के अंतर्गत प्राप्त धनराशि से निर्मित कराया जाना है अभी तक तीन पूर्ण तथा 35 निर्माणाधीन हैं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले में 682 ग्राम पंचायतों में कुल 42,584 इंडिया मार्का 2 हैंडपंप स्थापित किए गए हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण पाइल्ड पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत 18 नगर गुणता प्रभावित बस्तियों को शुद्ध पेयजल से आच्छादित करने हेतु चार नग एकल ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाएं क्रमश: धनापुर, सराय हृदयशाह, ब्रह्मणी एवं करनाईपुर ग्राम पेयजल योजनाएं जिनकी स्वीकृत लागत क्रमशा 113.56 लाख, 127.95 लाख, 270.44 लाख व 268.77 लाख रुपये है, जो निर्माणाधीन हैं। जिले में 55 ग्राम सभा एकल ग्राम पाइप पेयजल योजनाओं के माध्यम से 381 राजस्व ग्राम/1999 बस्तियों को शुद्ध पेयजल से आच्छादित किया गया है तथा कतिपय ग्रामों/ बस्तियों में पाइपलाइन अधिक लंबाई से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण 44 में से 2 नग में पूर्ण रुप से, 29 नग में आंशिक रूप से जलापूर्ति हो रही है तथा 13 नग ग्राम समूह पेयजल योजना में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। जिले के 1402 जल नमूनों की जांच जनपद स्तरीय प्रयोगशाला में कराई गई पूर्व में कुल 135 बस्तियां गुणता प्रभावित चिन्हित की गई थी जिसमें से 90 बस्तियां पूर्व में निर्मित पेयजल योजनाओं से आंशिक रूप से अच्छादित हैं और शेष 45 बस्तियां अच्छादन हेतु शेष हैं। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम वासियों को पेयजल से लाभान्वित करने हेतु जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत हर घर को नल से जल देने के उद्देश्य हेतु 10 योजनाओं के प्राक्कलन कुल अनुमानित लागत 3373.86 लाख रुपये स्वीकृत/धन आवंटन हेतु प्रेषित किए गए हैं। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत हाउसहोल्ड को हाउस कनेक्शन से लाभान्वित करने हेतु प्राक्कलन 9 नग लागत रूपए 407.74 लाख स्वीकृति हेतु शासन को भेजा गया है। जनपद में रेन वाटर हार्वेस्टिंग, स्ट्रक्चर, चेक डैम, खेत, तालाब एवं तालाबों की खुदाई का कार्य किया जा रहा है जनपद के 2100 तालाबों की खुदाई/सिल्ट सफाई का कार्य प्राथमिकता पर किया जाने की कार्य योजना बनाई गई है जिसके सापेक्ष 1076 तालाबों पर कार्य चल रहा है तथा 100 तालाबों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है शेष तालाबों का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। जनपद में आंगनवाड़ी केंद्र, प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय में शौचालय, किचन, गार्डन आदि पर विशेष ध्यान देते हुए सभी आंगनवाड़ी केंद्र तथा प्राथमिक /उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिजली, पेयजल, शौचालय (बालक-बालिका) रैंप, फर्श पर टाइल्स लगाने की व्यवस्था कायाकल्प के तहत प्राथमिकता पर की गई है। जनपद में 100 नंदघर वेदांता के द्वारा तैयार किए जा रहे हैं जिसमें वेदांता के द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में ज्ञानवर्धक पेंटिंग, 24 घंटे बिजली उपलब्धता सोलर पैनल, स्मार्ट क्लासेज हेतु टीवी, डिजिटल स्टडी मैटेरियल, बच्चों के बैठने हेतु फर्नीचर की व्यवस्था की जा रही है। कुल 50 केंद्र लगभग तैयार हो चुके हैं 50 केंद्र और तैयार किए जा रहे हैं, दिसंबर 2020 तक सभी 100 केंद्र संचालित हो जाएंगे। जनपद के 151 आंगनवाड़ी केंद्रों को उत्कर्ष आंगनवाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है आंगनवाड़ी केंद्रों में ज्ञानवर्धक पेंटिंग, फर्श की टाइलीकरण, रैंप, बिजली, पेयजल सुविधा, शौचालय आदि का कार्य ग्राम पंचायत के द्वारा किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने दीदी स्मृति को बताया कि जिले में इस वर्ष हेतु 37.04 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके अंतर्गत सभी विभागों को गड्ढा खुदाई का लक्ष्य आवंटित किया गया है, ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना अंतर्गत कुल 1015 स्थान चिन्हित करते हुए 723 स्थानों पर गड्ढा खुदाई का कार्य चल रहा है जो कि 15 दिन के अंदर लक्ष्य के सापेक्ष खुदाई का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। दीदी ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगने वाले हाट/बाजारों में प्रयोग होने वाली प्लास्टिक इत्यादि के डिस्पोजल हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहाकि अमेठी के हर घर व हर व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं पहुंचे। ऐसी व्यवस्था की जाय।