रायबरेली-महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड द्वारा स्वीकृत उत्तर प्रदेश राज्य समाज कल्याण बोर्ड द्वारा अनुदानित सबला परामर्श केंद्र रायबरेली की ओर से जिला के ब्लाक हरचंदपुर के गांव शोरा में महिलाओं और किशोरियों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित सदस्यों को सबला संस्था और परिवार परामर्श केंद्र के विषय में बताया कि केंद्र पर पारिवारिक विवादों का निशुल्क निस्तारण हेतु सुलह समझौता करवाया जाता है आगे क्रम में महिलाओं को कोरोना महामारी के दौरान इंसान के मन में जो गहरा आघात पहुंच रहा है या पहुंचेगा इससे कैसे निपटा जाए इस मुद्दे को लेकर चर्चा की गई महामारी की अनिश्चितता प्रशिक्षण उपचार के क्रम में संसाधनों की भारी कमी लोगों की चिंता पैदा कर सकती है आम लोग और स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सुरक्षा से समझौता करना भी तनाव का कारण बन सकता है
भारत में तनाव को दूर करने के लिए भारत सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत लोगों के पास स्वास्थ्य बीमा मौजूद है ।
लॉक डॉन की वजह से लगभग सभी तरह की आर्थिक गतिविधियों पर ब्रेक लग गया है पैसे की तंगी से हर इंसान को सामना करना हो रहा है इसका सीधा असर महिलाओं पर पड़ रहा है जिसके कारण घरेलू हिंसा के मामलों में भी इजाफा हो रहा है महामारी के दौरान यह मामले दोगुना हो गए हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ती मालती देवी ने बताया कि उनके गांव में भी लोग इस तरह की समस्या से जूझ है ऐसे में दर्द , अकेलापन दिनचर्या के परिवर्तन आदि से अनेक लोगों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ है डिप्रेशन के कारण लोग को नींद नहीं आती चिंता के कारण भूख नहीं लगती चक्कर आते हैं मन नहीं लगता आदि बातें हैं जो व्यक्ति के मानसिक तनाव से ग्रस्त होने के लक्षण हैं परामर्शदात्री ने कोविड -19 जैसी विकट स्थिति में तनाव से बचने के लिए महिलाओं को बताया गया कि अपने घरों पर सभी के तनाव को दूर करने के लिए और स्वयं के तनाव को दूर करने के लिए ध्यान केंद्रित करना चाहिए , बच्चों बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है बच्चों के साथ कोरोना वायरस पर चर्चा कर उनके संदेह दूर करने होंगे उनको बताना होगा कि बहुत सी बातें अपने नियंत्रण में नहीं होती हैं। मानसिक रोगों से बचाने के लिए अच्छी खुराक और काम के साथ-साथ मनोरजंन भी करना होगा ,योगा, ध्यान ,का नियमित अभ्यास करना होगा बच्चों को अच्छा भोजन ,प्रेम स्नेह देना होगा बात बात पर चिल्लाना नहीं उनको उनकी बातों को समझना होगा और उनके प्रश्नों का उत्तर देकर उनके मन में उत्पन्न होने वाली जिज्ञासाओं का अंत करना होगा।जब व्यक्ति अकेले होता है और चीजों के बारे में उसे जानकारी नहीं होती है तो वह समाज में फैल रही भ्रांतियों का शिकार हो जाता है इसलिए आवश्यक है कि हम कोविड-19 के बारे में अधिक से अधिक जानकारी खुद भी जाने और अपने आसपास के लोगों को बताएं भी महिलाओं को समझाया गया कि वह घर में रहकर किस प्रकार घर की रसोई में होने वाले मसालों के द्वारा अपने परिवार को बचाने के लिए उपाय कर सकती हैं वह प्रतिदिन अपने घरों में काढा बनाकर अपने बच्चों और बड़ों को दें जिससे वह बच सकें । महिलाओं ने परामर्श दात्री से समस्याओं को साझा किया उन्हें सुनकर समस्या के अनुरूप परामर्श दीपिका ,रजंना ने देकर सभी को धन्यवाद देकर गोष्ठी का समापन किया गया।
अनुज मौर्य रिपोर्ट