क्रिसमस-डे पर जिंगलवेल जिंगलवेल से गूजें गिरजाघर, बच्चों को बांटे गए उपहार

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महोबा , प्रभु ईसा मसीह की याद में मनाये जाने वाले क्रिसमस पर्व जिले भर में धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बडे दिन को लेकर गिरजाघरों को आकर्षक ढंग से सजाया सवारा गया। चर्च में प्रार्थना सभाओं के साथ बच्चों ने प्रभु ईशु से जुडे गीत प्रस्तुत किये। गिरजाघर पूरे दिन जिंगलवेल जिंगलवेल से गूंजते रहे। गिरजाघरों में प्रार्थना सभा के साथ यीशु के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। इस मौके पर लोगों ने एक दूसरे को मैरी क्रिसमस कहा। सारा दिन एक दूसरे को बधाइयां देने का सिंलसिला चलता रहा। राठ रोड स्थित गिरजाघर में प्रार्थना सभा से कार्यक्रम की शुरूआत कराई गई।

गिरजाघर के पादरी फास्टर दिलीप चन्द्रा ने प्रभु ईशु के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुये कहा कि ईसा मसीह ने मानव कल्याण के लिये जन्म लिया। उन्होंने हमेशा दूसरों की मदद व गरीबों की सेवा का उपदेश दिया है। प्रभु ईशु के जीवनोपयोगी उपदेश मानव जीवन के लिये महत्वपूर्ण है। इस मौके पर बाइबिल पाठ किया गया। ईशाई समुदाय के बच्चों ने प्रभु ईशु से जुडे एक से बढकर एक गीत प्रस्तुत किये और लोगों से मानव की भलाई व सेवा करने की सीख दी। क्रिसमस डे परसर्व समाज के लोगों ने बढचढ कर हिस्सा लिया। बडे दिन को लेकर समुदाय के लोगों में गजब का उत्साह नजर आया। प्रार्थना सभा के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगा मैरी किसमस कह पर्व की मुबारकवाद दी। उधर नगर के संत जोसफ्स स्कूल में गिरजा घर को शानदार तरीके से सजाया गया।

ईशु की मनमोहक झांकिया देखने के लिये पूरे दिन लोगों के आने जाने का सिलसिला चलता रहा। विद्यालय के फादर ने सभी को पर्व की शुभकामनाएं दी। मुख्यालय के अलावा कबरई, चरखारी व कुलपहाड में भी क्र्रिसमस डे का पर्व धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गिरजाघरों में पूरे दिन जिंगलवेल जिंगलवेल की गूंज रही। पर्व को लेकर समुदाय के लोगों ने अपने अपने घरों का भी आकर्षक सजावट से सजाया। लोगों का एक दूसरे के घर पहुंच मैरी क्रिसमस कहने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। कुछ भी हो लेकिन बडे दिन को लेकर लोगों में खास उत्साह दिखाई दिया।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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