डलमऊ, रायबरेली। एक ओर जहां शासन प्रशासन के द्वारा पेड़ पौधे लगाए जाने की कवायद की जा रही है और जिले में विभागवार पौधरोपण का लक्ष्य भी दे दिया जाता है तो दूसरी ओर लकड़ी माफिया के द्वारा धड़ल्ले से पेड़ों की अवैध तरीके से कटान की जा रही है और इस खेल में विभागीय जिम्मेदारों की मिलीभगत भी रहती है। हाल यही रहे तो वह दिन दूर नहीं जब जंगल पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।
मामला डलमऊ का है जहाँ पर अवैध लकड़ी की कटान जोरों पर चल रही है। प्रतिबंधित लकड़ी की कटान भी धड़ल्ले से की जा रही है। सब कुछ जानने के बाद भी जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते है जिससे उनकी कार्यशैली पर भी सवालिया निशान भी उठ रहे है। डलमऊ थाना क्षेत्र में UP 33 BR 3058 इस नंबर के ट्रैक्टर पर अवैध लकड़ी लादकर क्षेत्र में हरदम देखा जाता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे है और वही पुलिस व वन विभाग की मिलीभगत से रोजाना हरे पेड़ो को अवैध रूप से लड़की काटने का सिलसिला जारी है।
वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते डलमऊ क्षेत्र में जमकर वन माफिया हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाते नजर आते हैं लेकिन पुलिस व वन विभाग वन माफियाओं पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है शायद ऐसे में यही मालून होता है साहब लोग मोटी रकम लेकर ही कटान करवाते है अवैध रूप से लकड़ियों का कटान जमकर किया जा रहा है वन विभाग अधिकारियों की लापरवाही से वन माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं हरे वृक्षों पर दिनदहाड़े कुल्हाड़ी चलाई जा रहे हैं इस और प्रशासन पूरी तरह से अनजान बना है डलमऊ क्षेत्र में अवैध रूप से कोयले की भठ्ठिया भी संचालित हो रही हैं।
इस पर भी कोई ध्यान नही दे रहा है साथ ही मुराई बाग चौराहे से होकर चौकियों के सामने से वाहनों में भरकर यह लकड़ी ले जाई जाती हैं लेकिन इस ओर ना तो पुलिस प्रशासन की नजर जाती है ना ही वन विभाग के अधिकारियों की।
- विमल मौर्य