खतरे के निशान के नजदीक पहुंचा गंगा का जलस्तर कई गांव बाढ़ की चपेट में

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—कटरी क्षेत्र के गांवों में घुसा पानी बढ़ा खतरा।
—बाढ़ से निपटने की तैयारी सिर्फ कागजों पर।

डलमऊ रायबरेली –  डलमऊ में गंगा का जलस्तर बीते एक सप्ताह से लगातार बढ रहा है गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि से गंगा कटरी में वसे गांवों में बाढ का खतरा मंडराने लगा है। गंगा का बाढ़ का पानी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रवेश कर चुका है ग्रामीण बढ़ते गंगा के जलस्तर को देखकर धीरे-धीरे सुरक्षित स्थान पर पलायन करने लगे, तो वहीं प्रशासन गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा भी करने लगे हैं। शनिवार को गंगा का जलस्तर 98 .850  सेंटीमीटर था।

वहीं देर शाम को जलस्तर बढकर 98.950 सेंटीमीटर  हो गया था  जलस्तर में हो रही लगातार गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को छूने के लिए बेताब है। केन्द्रीय जल आयोग कर्मियों की माने तो गंगा का जलस्तर आने वाले दिनो में और बढने की सम्भावना व्यक्त की है  बाढ पर नजर रखने के लिए बनाई गई बाढ चौकियों में तैनात लेखपाल नदारद हैं  गंगा के बाढ से प्रभावित होने वाले चक, मलिकभीटी,  पूरे डंगरी, जहांगीराबाद, जमालनगर मोहद्दीनपुर, अम्बहा , बबुरा , पूरे रेवती सिंह सहित एक दर्जन गांव आते हैं। ग्रामीण सुनील कुमार, रामसिंह, पप्पू, दिनेश कुमार , छोटेलाल आदि ने बताया कि बाढ से निपटने के लिए तैयारियां कागजो पर ही दिखाई पड़ रही हैं।

गंगा के बाढ़ से पूरे मोहद्दीन पुर निवासी सुखमति  का घर बाढ़की चपेट में आ चुका पारिवारिक लोग सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए पलायन करने लगे हैं। शनिवार की देर शाम एडीएम प्रशासन सिद्धार्थ कुमार, एसडीएम अभिषेक वर्मा, ने बाढ़प्रभवित क्षेत्रों का निरीक्षण किया अधिकारियों ने सर्वप्रथम डलमऊ के स्नान घाटों का निरीक्षण घाटों पर व्यवस्था कराये जाने के लिये अधिकारियोंको निर्देशित किया। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पर लगातार नजर बनाए रखने की निर्देशित किया।

रिपोर्ट – विमल मौर्य

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