खिलौनों की विशेष पैकिंग का ज्ञान पाकर उत्पादक बोले ‘थैंक्सʼ

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लकड़ी के खिलौने की प्रेक्टिकल ट्रेनिंग प्रापत करते उत्पादक व कारीगर

– खिलौने पर पैकिंग का खर्च जोड़ने पर मिलेंगे ज्यादा दाम- जुईकर

चित्रकूट । शुक्रवार को दिन भर विनोद लाज के सभागार में लकड़ी के खिलौना उत्पादकों व कारीगरों को भारतीय पैकेजिंग संस्थान के विशेषज्ञों के द्वारा उत्पाद की पैकिंग करने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान तमाम कारीगरों व उत्पादकों ने कहा कि उनके लिए यह काम बहुत ही सुंदर हुआ है। खिलौने की पैकिंग से खिलौने की सुंदरता निखर जाती है। संस्थान के सुबोध के जुईकर ने कहा कि पैकिंग के बाद किसी भी वस्तु की प्रभावोक्ता बढ़ ताजी है।जिससे उसका वास्तविक मूल्य भी बढ़ जाता है। इससे उत्पादकों को बहुत लाभ होगा।

चित्रकूट में लकड़ी के खिलौने की पैकेजिंग पर कार्यशाला के तीसरे दिन भारतीय पैकेजिंग संस्थान से सुबोध के जुईकर (उप निदेशक) और अनिल मौले (तकनीकी अधिकारी) ने कारीगरों डुप्लेक्स बोर्ड से बने (यूनिट पैकेज) और नालीदार फाइबरबोर्ड बक्से (परिवहन पैकेज) का उपयोग करने के लाभों को समझाया गया और फिर इन बक्से के डिजाइन बनाने के लिए कारीगरों को प्रशिक्षित किया। भूषण सुरपुर (सहायक निदेशक) ने संस्थान द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारे में के बारे में जानकारी दी।

कारीगरों ने इस कार्यशाला को दिलचस्प पाया और वे बक्से बनाने की इच्छा को पूरा कर सके। इस दौरान स्थानीय खिलौना उत्पादक धीरज तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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