चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं। ब्लूमबर्ग ने चीन की नेशनल हेल्थ कमीशन के हवाले से बताया है कि मंगलवार को यहां एक दिन में 3 करोड़ 70 लाख केसेस सामने आए थे।
हालांकि, सरकारी आंकड़ों में इस दिन सिर्फ 3 हजार केस ही बताए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने के शुरुआती 20 दिनों में 24 करोड़ 80 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके पहले जनवरी में एक दिन में 40 लाख कोरोना मरीज मिले थे।
सोशल मीडिया पर ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें अस्पतालों में बेड की कमी के चलते कोरोना मरीजों को सड़कों पर ही ड्रिप लगाए देखा जा सकता है।
चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं। ब्लूमबर्ग ने चीन की नेशनल हेल्थ कमीशन के हवाले से बताया है कि मंगलवार को यहां एक दिन में 3 करोड़ 70 लाख केसेस सामने आए थे। हालांकि, सरकारी आंकड़ों में इस दिन सिर्फ 3 हजार केस ही बताए गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने के शुरुआती 20 दिनों में 24 करोड़ 80 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके पहले जनवरी में एक दिन में 40 लाख कोरोना मरीज मिले थे।
चीन और चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली वाली ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें दिख रहा है कि सड़कों पर रस्सी बांधकर लोगों को ड्रिप चढ़ाई जा रही है। यह सब अस्पतालों में बेड की कमी से हो रहा है। गौरतलब है कि शुक्रवार को भी एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें चीन के एक क्लासरूम में पढ़ाई के वक्त भी बच्चों को ड्रिप लगी थी।
चीन में शवों को कंटेनर में स्टोर किया जा रहा है। बीजिंग के सबसे बड़े श्मशान में 24 घंटे अंतिम संस्कार हो रहे हैं। लोग गाड़ियों में शवों को लेकर श्मशानों के बाहर लंबी कतारों में खड़े हैं।
चीन में दवाइयों की कमी भी देखी जा रही है। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के मुताबिक, यहां लोग ऑनलाइन ही एंटी कोविड ड्रग सर्च कर रहे हैं। यहां भारत में बनी जेनरिक एंटी वायरल दवा की डिमांड बहुत है।
चीन में फैल रहा BF.7 वैरिएंट भारत समेत दुनिया के 91 देशों में फैल गया है। स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, यह वैरिएंट पिछले दो सालों से है। हालांकि, यह खतरनाक अब हुआ है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच चीन में 24.8 करोड़ लोग वायरस से संक्रमित हुए।
चीन के बाद जापान में सबसे ज्यादा कोरोना मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। कोरोना worldometers के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 1 लाख 73 हजार नए केस आए हैं। वहीं 315 लोगों की मौत हुई है।
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां 8वीं लहर आ चुकी है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण बच्चों की मौत हो रही है। 8 महीने में 41 बच्चों की जान जा चुकी है। चीन में बिगड़ते हालात ने जापान की चिंता को बढ़ा दिया है।
साउथ कोरिया और फ्रांस में पिछले 24 घंटों में कुल 1 लाख 11 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं। साउथ कोरिया में नए केसेस की संख्या 68 हजार 168 और फ्रांस में आंकड़ा 43 हजार 766 है। फ्रांस में 158 और साउथ कोरिया में 63 लोगों की जान गई है।
चीन में ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट BF.7 फैल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। BF.7 वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है, जिसका नाम है R346T। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।
आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वैरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।