डॉक्टर का एक स्वरूप ऐसा भी

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  • डॉ. एचसी अग्रवाल ने खून देकर जिंदगी से लड़ रहे बच्चे की बचाई जान
  • कहते हैं डाक्टर धरती पर भगवान का दूसरा स्वरूप होता है

चित्रकूट। कहते है डाक्टर धरती पर भगवान का दूसरा स्वरूप होता है। इसका प्रमाण देखने को तब मिला जब रक्त की कमी से जान पर बनी सत्येंद्र को कहीं से रक्त नहीं मिला तो इलाज करने वाले डाक्टर ने खुद रक्तदान कर जान बचाई।

बताया गया कि पहाड़ी के परसौंजा निवासी तुलसी का 22 माह का पुत्र सत्येंद्र गंभीर कुपोषित और एनीमिया से ग्रसित था। परिजनों ने कई जगह इलाज कराया, लेकिन स्वास्थ्य लाभ न होने पर मंगलवार को जिला अस्पताल लाए। कुपोषित वार्ड में बच्चे को भर्ती किया गया।

बाल रोग विशेषज्ञ डा. एचसी अग्रवाल ने बताया कि बच्चे को खून की बहुत कमी थी। बेहद कमजोर था। परिजनों से रक्त चढ़वाने के लिए रक्त दिलाने की बात कही।

बुधवार तक कोई इंतजाम न हो पाने से बच्चे की हालत बिगड रही थी। ऐसे में खुद डाक्टर ब्लड बैंक पहुंचे और रक्तदान किया। इसके बाद अपनी देखरेख में बच्चे को रक्त चढ़वाया। देर शाम तक बच्चे की हालत में काफी सुधार बताया गया है।

इसकी जानकारी होने पर सीएमओ डा. भूपेश द्विवेदी व सीएमएस डा. सुधीर कुमार शर्मा ने डा. अग्रवाल के प्रयास को सराहा है।

  • पुष्पराज कश्यप
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