डीएम साहब… सलोन तहसील दिवस में फरियादी की सुनवाई नहीं बल्कि फोन में मस्त रहते हैं जिम्मेदार

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सलोन रायबरेली-संपूर्ण समाधान दिवस यानि कि तहसील दिवस अधिकारियों के लिए थिएटर बनकर रह गया है। सरकार लाख दावे करें, अपितु अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। वैसे तो यह विशेष दिवस शिकायतों को सुनने और उनके निस्तारण के लिए लगता है,लेकिन इस बार मंगलवार को तहसील सभागार में लगा डीएम रायबरेली वैभव श्रीवास्तव का तहसील दिवस मोबाइल थिएटर साबित हुआ। यह हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि यहां एक ओर डीएम व एसपी समस्याएं सुन रहे थे, तो दूसरी ओर सामने बैठे अधीनस्थ कई विभागों के अधिकारी अपने-अपने मोबाइलों में बातें और चैटिंग करने में मस्त थे।हैरत की बात है कि डीएम के तहसील दिवस में भी अधिकारी अपने मोबाइल फोनों पर व्यस्त रहे। कोई अधिकारी फेसबुक चलाता, तो कोई वाट्सएप। कोई चैटिंग कर रहा था, तो कोई मोबाइल लाइन पर बातें। उधर, डीएम क्या कर रहे थे किसी को कोई खबर ही नहीं थी। अधिकारी मोबाइल पर मस्त थे, लेकिन उनकी ओर डीएम का भी ध्यान तक नहीं गया।

अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

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