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अधिवक्ताओं ने लगाया तहसीलदार पर घूसखोरी का आरोप
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हर काम का अलग-अलग रेट लिस्ट बनाने का लगाया आरोप
डलमऊ, रायबरेली। जहाँ पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रदेश से भ्रष्टाचार मुक्त व भय मुक्त बनाने के लिए सही तरीके से कार्य करने का निर्देश दे रखा है। वहीं डलमऊ के कुछ अधिकारी व कर्मचारी अपनी पावर का नाजायज फायदा उठाते हुए माला माल हो रहे हैं।
डलमऊ तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान डलमऊ के तहसीलदार की कार्यशैली व न्यायालय में तैनात कर्मचारियों के मनमाने तरीके से कार्य करने व रिश्वतखोरी के खिलाफ न्यायिक कार्यों में बाधा उत्पन्न करने को लेकर जिलाधिकारी से शिकायत की है।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसीलदार के मनमाने रवैए के चलते न्यायालय में बैनामा पंजीकृत वसीयत हिबानामा सहित आलेख पत्रों के विवादित मामलों में भी बिना सुविधा शुल्क के आदेश पारित नहीं किया जा रहा है।
अविवाहित फाइलों में जबरन त्रुटि निकालकर उन फाइलों में अवैध वसूली की जा रही है प्रत्येक मामले का मूल्य निर्धारित किया जा चुका है कार्यालय में तैनात कर्मचारियों के द्वारा अधिकारियों से जबरन वसूली की जा रही है शासन द्वारा निर्धारित पेशकार से कार्य को लेकर अन्य कर्मचारियों से वसूली कराई जा रही है जिससे वादों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया है अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसीलदार डलमऊ मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं न्यायिक कार्यों में अधिवक्ताओं को उपेक्षित किया जा रहा है हालांकि जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराकर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
दो फाड़ में दिखे अधिवक्ता, तहसीलदार के मनमाने रवैए को लेकर जहां अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर विरोध प्रदर्शन किया वहीं पर डलमऊ तहसील में तैनात अधिवक्ताओं में गुटबाजी भी देखने को मिली है एक गुट के अधिवक्ताओं ने जहां तहसीलदार के विरुद्ध लामबंद हुए हैं वही दूसरे गुट के अधिवक्ता विरोध प्रदर्शन से अलग रहते हुए सामान्य तरीके से कामकाज निपटाया जिसको लेकर अधिवक्ताओं में अलग-अलग चर्चाएं देखने को मिली हल्की प्रदर्शन कर रहे।
अधिवक्ता जिलाधिकारी से मिलकर बात करने पर अड़े रहे लेकिन समाधान दिवस समाप्त होने के बाद जिलाधिकारी बिना अधिवक्ताओं की बात सुने ही गाड़ी में बैठ कर चली गई जिस पर अधिवक्ताओं ने नारेबाजी की।
- विमल मौर्य