आखिर कौन है लालगंज कोतवाली में तैनात कुशवाहा
रिपोर्ट – संदीप कुमार फिज़ा
लालगंज (रायबरेली) । कोतवाली लालगंज में तैनात कुशवाहा का लकड़ी कटाने के नाम पर अवैध वसूली के दो वीडियो वायरल होने से पुलिस महकमें में हड़कम्प है। भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का नारा देने वाली भाजपा सरकार में इस तरह के कर्मचारी सरकार की मंशा पर पानी फेरने में जुटे हैं। उल्लेखनीय है कि बुधवार को पहला वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक लकड़ी ठेकेदार का कहना है कि वह बिना परमिट के पेंड़ कटवा रहा है जिसके एवज में उसने कोतवाली में तैनात कुशवाहा को आठ हजार रूपये दिए हैं। यह वीडियो ट्वीटर पर भी पोस्ट किया गया जिसमें पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी अंजनी चतुर्वेदी को सौंपी थी। इससे पहले की जांच शुरू होती गुरूवार को दूसरा वीडियो वायरल हो गया। जिसमें मठ गांव निवासी राकेश उर्फ चिरकुट नामक लकड़ी ठेकेदार नीम का पेंड़ कटवाने के एवज में वन वभाग में तैनात कर्मचारी संजय समेत कोतवाली में तैनात कुशवाहा व रामभजन सिपाही को रूपये देने का आरोप लगा रहा है। एक साथ दो वीडियो वायरल होने और दोनो में कुशवाहा नामक व्यक्ति का नाम आने से खाकी के लकड़ी कटान माफियाओं से मिले होने की बात सामने आ रही है। बताते चलें कि सेटिंग गेटिंग का हाल यह है कि वन विभाग द्वारा हरे पेंडो को बीमार व सूखा बताकर परमिट जारी कर दिया जाता है। कई बार तो पहले से जारी परमिट में हाथ से ही वैधता तिथि संशोधित कर ठेकेदार लकड़ी कटान उसी की आंड़ में पेंड़ कटवाया करते हैं।बहरहाल कोतवाली में तैनात जिस कुशवाहा का नाम दोनो वीडियो में आ रहा है उसे कोतवाली में चालक के पद पर तैनात इंद्रजीत कुशवाहा बताया जा रहा है। इंद्रजीत कुशवाहा लालगंज कोतवाली में रहते हुए परीक्षा केंद्र में एक बार लाईन हाजिर भी हो चुके हैं।लेकिन जुगाड़ के चलते फिर से उनकी तैनाती लालगंज कोतवाली हो गयी थी।
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