कौशाम्बी | जनपद में राहत सामग्री वितरक समाज सेवी संस्थाओ में मंगलवार को एक नाम और जुड़ गया है। सामाजिक संस्था द्वाबा विकास एवं उत्थान समिति ने मंझनपुर तहसील इलाके में राशन सामग्री का वितरण किया। इस दौरान संस्था के निदेशक व् जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि कोरोना के चलते देश लॉक-डाउन के हालत से गुजर रहा है। ऐसे में काम धंधा बंद है। गांव का कोई गरीब परिवार भूखे पेट न सोने को मजबूर हो, इसके लिए Covid-19 राहत सामग्री नाम का पैकेट बना कर गांव गांव में लोगो को वितरित किया गया। राहत सामग्री में एक परिवार के आवश्यकता अनुसार आटा, चावल, चना, दाल व् सरसो के तेल जैसी जरुरी वस्तुए रखी गई है। संस्था अब तक जनपद में अलग अलग गांव में सरकारी मानक के अनुसार चिन्हित 250 परिवारों को राहत सामग्री पंहुचा चुकी है। संस्था के कोरोना वालेंटियर्स गांव गांव में जाकर ऐसे लोगो को चिन्हित कर रहे है जिन्हे राहत सामग्री की अति आवश्यकता है। चिन्हित परिवारों को जिला प्रशासन के अधिकारियो और कर्मचारियों की मदद से जरूरतमंद परिवार को सामग्री उपलब्ध कराइ जा रही है। यह सामग्री लाक-डाउन के ख़त्म होने तक जारी रहेगा।
संस्था के डाइरेक्टर परवेज रिजवी ने बताया कि उनकी संस्था एक दशक पहले से जनपद में कुपोषित बच्चो पर काम कर रही है। जिसे दिल्ली की संस्था “क्राई” का सहयोग प्राप्त है। सस्था ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया था कि वह कुपोषित व लाक-डाउन में मदद की अपेक्षा रखने वाले लोगो को राहत सामग्री पंहुचान चाहते है। प्रशासनिक अनुमति मिलते ही उन्होंने राहत सामग्री अफसरों की देख रेख में गांव गांव पहुचानी शुरू कर दी है। खास बात यह है कि उन्होंने क्रेन्द्र सरकार के पालीथीन बैन अभियान का ध्यान रखा है। अपनी राहत सामग्री के पैकेट में पॉलीथिन का प्रयोग नहीं किया है।
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