कामद भे गिरि राम प्रसादा।
अवलोकत अपहरत बिसादा ।।
चित्रकूट में रम रहे रहिमन अवध नरेश।
जा पर बिपदा पड़त है सो आवत यहि देश।।
चित्रकूट की रामरज,बृन्दावन की धूल
उड़ उड़ पड़त शरीर पर पाप होत सब दूर
चित्रकूट : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन तपोभूमि चित्रकूट जहां भगवान ने अपने बनवास के साढ़े बारह वर्ष गुजारे। उसी तपोभूमि में आज आंग्ल वर्ष (नव वर्ष) के मौके पर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। नव वर्ष के अवसर पर परिक्रमा मार्ग के सभी प्रमुख द्वार में विशेष सजावट कर फूलों से सजाया गया है। आस्था के सैलाब ने भगवान कामदगिरि प्रमुख द्वार के दर्शन कर परिक्रमा करते हुए भगवान से आने वाले वर्ष में खुशियां, तरक्की सहित सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण करने वाला हो। लोगों ने भगवान से कामना कि इस बार कोरोना महामारी देश में न फैले और हमारा देश स्वस्थ्य व खुशहाली व प्रगति के रास्ते पर चलते हुए विश्व गुरु बने। महोबा हमीरपुर सांसद पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने सपरिवार दर्शन कर परिक्रमा लगाई। इस दौरान लोगों ने परिक्रमा मार्ग पर चल भंडारा प्रसाद का भी आनंद लिया और परिक्रमा मार्ग बंदरों को खूब चना,गुड़,फल खिलाया। चित्रकूट प्रेस क्लब के अध्यक्ष सत्यप्रकाश द्विवेदी ने अपनी टीम के साथ कामतानाथ जी के दर्शन व परिक्रमा की। रामघाट, हनुमान धारा, जानकी कुण्ड, गुप्त गोदावरी, धारकुंडी आश्रम, बाल्मीकि आश्रम, नदी के हनुमान जी, लाइना बाबा शिवरामपुर सहित धार्मिक क्षेत्र में आस्थावानो की भारी भीड़ देर शाम तक रही। रिपोर्ट- पुष्पराज कश्यप