महराजगंज, रायबरेली। विकास क्षेत्र बछरावां के प्राथमिक विद्यालय शेखपुर समोधा का डायट प्रवक्ता डॉ अनीता द्वारा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया गया। इस दौरान सहभागी शिक्षण, टीएलएम द्वारा शिक्षण, शिक्षक बच्चों की प्रतिक्रिया, शिक्षण माड्यूल, ऑनलाइन प्रशिक्षण, पाठ्ययोजना, शिक्षक डायरी आदि की जानकारी ली गई।
साथ ही कक्षा शिक्षण भी देखा गया। श्रीमती वर्मा ने इस दौरान बच्चों से सवाल-जवाब करते हुए शैक्षिक कार्यों का भी जायजा लिया।अभिभावकों से सम्पर्क व मीना मंच माध्यम से बच्चों को परिषदीय स्कूलों की तरफ आकर्षित करने के लिए अभियान चलाने के कार्यक्रमों की जानकारी लेते हुए आवश्यक सुझाव भी दिये तथा प्रत्येक कक्षा में जाकर छात्रों से पढ़ाए जा रहे विषय से संबधित सवाल पूछना शुरू किया।
छात्रों के द्वारा सही जबाब पर खुद ही क्लास लेकर उन्हें हिंदी विषय को विभिन्न गतिविधियों द्वारा रोचक बनाने के टिप्स भी दिए।डायट प्रवक्ता डॉ अनीता ने कहा कि लगातार अनुश्रवण सहयोगात्मक पर्यवेक्षण से परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता सुधर रहीं है। इसके लिए विकास क्षेत्र के एआरपी की टीम लगातार सहयोग का कार्य कर रही है।
उन्होने कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं जिस तरह से कच्ची मिट्टी पर निशान आसानी से पड़ जाता है उसी तरह से बच्चों के जीवन पर परिवार और विद्यालय का प्रभाव पड़ता है। उन्होंने सभी शिक्षकों का आह्वान किया कि निपुण लक्ष्यों को समय से हासिल करने में शत प्रतिशत योगदान दे।
संकुल शिक्षिका आराधना मिश्रा ने भरोसा दिलाया कि हम निर्धारित अवधि से पूर्व ही निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त कर लेंगे।इस दौरान प्रधानाध्यापक लोकतंत्र शुक्ल, शिक्षा मित्र प्रतिभा मिश्रा एवम ऋचा सिंह आदि मौजूद रहीं।
- अशोक यादव एडवोकेट