रायबरेली । मनुष्य एक सामाजिक जीव है। समाज ही उसका कर्मक्षेत्र है। अतः उसे स्वयं को समाज के लिए उपयोगी बनाना पड़ता है। अगर देखा जाय तो वास्तव में परोपकार और सहानुभूति पर ही समाज स्थापित है। सब अपने-अपने स्वार्थ का थोड़ा-बहुत त्याग करके ही समाज को स्थिर रखते हैं। यदि ऐसा न हो तो सबकी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो सकती। सेवा से समाज में जहां अपना स्वार्थ सिद्ध होता है, वहीं समाज में प्रधानता भी प्राप्त होती है। वस्तुतः सेवा निःस्वार्थ भाव से होनी चाहिए। जो व्यक्ति निःस्वार्थ भाव से दुखियों की सेवा करता है, वह वास्तव में लोकप्रिय बन जाता है। रायबरेली मूल की प्रियंका अवस्थी ने निस्वार्थ सेवा की बड़ी लाइन खींच कर समाज मे एक मिसाल कायम की है।
रिपोर्ट्स टुडे ने पिछले काफी समय से सक्रिय प्रियंका अवस्थी की समाजसेवा पर नजर गड़ाई तो लॉकडाउन में अप्रवासी गरीबों असहायों की क्षुधा मिटाना हो, चाहे वृद्धा आश्रम में अपने हाथ से बुजुर्गों को खाना खिलाना हो या फिर पेड़ लगाकर प्रकृति बचाना हो, हर जगह हर मुहिम में वह अगली पंक्ति में ही नजर आई। व्यापार मंडल से लेकर अब तक तमाम संगठनों में अपनी सेवा की मिसाल बन चुकी प्रियंका को ब्राह्मण समाज महासभा रायबरेली के जिलाध्यक्ष आशीष पाठक ने समाज महासभा रायबरेली का जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किया है। जिसके बाद समर्थकों , मित्रों और जनपदवासियों में एक नई उम्मीद की किरण जग पड़ी है। लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर व मुंह मीठा कराकर जोरदार स्वागत किया। रिपोर्ट्स टुडे से मुखातिब होते हुए प्रियंका ने बताया कि मैं पिछले कई वर्षो से सामाजिक कार्य कर रही हूं, मुझसे अपनी क्षमता के अनुसार जो भी हो सकता है करती रहती हूँ, आगे भी मैं संगठन में रहकर समाज के किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होने दूंगी। प्रदेश नेतृत्व व जिला नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने वालों को मैं आश्वस्त करती हूँ कि मैं व मेरी पूरी टीम संगठन के प्रति पूर्ण इमानदारी, समर्पण व निष्ठा के साथ संगठन व समाज को शीर्ष तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करूंगी।
इस मौके पर प्रमुख रुप से अतुल शर्मा, अर्चना दीक्षित, मंजूल तिवारी, नीरा तिवारी, अंकुश दीक्षित, अनुभव मिश्रा, सचिन मिश्रा, ऐश्वर्य मिश्रा, अक्षय शुक्ला, मुकेश तिवारी, गौरव मिश्रा(राजा),अभय शुक्ला आदि ने प्रियंका अवस्थी को जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किये जाने पर बधाई दी।