अमावां(रायबरेली) शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की सांठगांठ से बिना नीलामी के ही दो अतिरिक्त कक्षो को ठेकेदार द्वारा गिरा दिया गया । और लाखों की लागत से बने कक्षों को मलवे में तब्दील कर ईंटे व सरिया बेच दी गई इस बात को लेकर विद्यालय की प्रधान शिक्षक की जानकारी में पूरा मामला होने के बाद भी मामले में किसी तरह की कार्यवाही तक नहीं की गई । वहीं इस बाबत पूरे मामले की जानकारी बीईओ रत्नामणि मिश्रा से की गई तो उन्हीने पूर्व बीईओ के कार्यकाल की बात कहते हुए पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया । जानकारी के मुताबिक बीती 18 जून को ब्लॉक संसाधन केंद्र पर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पूरे ठकुराइन के मूल भवन सहित 11 जर्जर स्कूल भवनों की नीलामी की गई थी नीलामी में ही प्राथमिक विद्यालय पूरे ठकुराइन के जर्जर मूल भवन को बोलीकर्ता दुर्गा प्रसाद मिश्रा द्वारा 60 हजार में भवन खरीदा था ।सबसे बड़ी बात ठेकेदार ने मूल भवन को गिराने के साथ -साथ बिना नीलामी के ही स्कूल के दो अतिरिक्त कक्ष भी ढहा दिये । और लाखों की लागत से बने दोनों अतिरिक्त कक्षों को मलबे में तब्दील कर इट व सरिया पार कर दी । हैरत की बात ये है कि मामले में प्रधान शिक्षक कविता द्वारा न कोई लिखा पढ़ी की गई और न ही अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी गई । इस सम्बन्ध में बीईओ रत्ना मणि मिश्रा ने बताया जल्दी ही हमारी तैनाती इस ब्लॉक में हुई है । इस विषय मे कोई जानकारी नही है । जो कुछ भी हुआ है पूर्व बीईओ के कार्यकाल में हुआ है । वहीं इस सम्बंध में बीईओ वीरेंद्र कनौजिया ने कहा कि मूल भवन का ही मूल्यांकन पीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया था नीलामी भी मूल भवन की की गई थी । अब क्षेत्र के बीईओ की जिम्मेदारी है । अब कौन सच बोल रहा है कौन झूठ ये तो जाँच के बाद सच सामने निकल कर आएगा ।
अनुज मौर्य/मनीष मौर्य रिपोर्ट