महोबा , पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने हाल ही में प्रधान वन संरक्षक एस के शर्मा से लखनऊ में मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण बैठक में उन्होंने बुन्देलखण्ड में हो रही हरे वृक्षों की अंधाधुंध कटान पर चिंता जताई। राजपूत ने साफ तौर पर कहा कि यदि यह कटान नहीं रुकी तो वह सोमवार से सैकड़ों लोगों के साथ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी ज्ञापन की प्रति का अवलोकन कराया, जिसमें इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल कार्यवाही की मांग की गई थी।
प्रधान वन संरक्षक एस के शर्मा ने इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए आश्वासन दिया कि हरे वृक्षों की कटान को बंद कराया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई व्यक्ति वृक्ष काटते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा, जो डम्प लगे हुए हैं, उनकी भी जांच की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। गंगाचरण राजपूत ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति वृक्ष काटता हुआ दिखाई दे तो उसे पकड़ें और उन्हें सूचित करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की सहायता से ही इस पर्यावरण संरक्षण अभियान को सफल बनाया जा सकता है। राजपूत का यह कदम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी और समर्पण को भी दर्शाता है।
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत समय-समय पर जनहित के मुद्दों को उठाते रहे हैं। खासकर किसानों की समस्याएं उनकी पहली प्राथमिकता होती हैं। उनके नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण और किसानों के अधिकारों के लिए उठाए गए कदमों ने उन्हें जनता के बीच एक सशक्त और जनसेवी नेता के रूप में स्थापित किया है। उनकी यह पहल न केवल पर्यावरण के प्रति उनकी चिंता को दर्शाती है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की उनकी प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट करती है। पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत का यह संदेश सभी के लिए है कि हम सभी को मिलकर पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान में भाग लेना चाहिए। उनका यह संघर्ष हमें यह सिखाता है कि सामूहिक प्रयासों से ही हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकते हैं।
रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत का पर्यावरण संरक्षण के लिए संघर्ष
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