लखनऊ
18 दिनों से लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में ईजाफे को लेकर लखनऊ में विधानभवन के निकट स्थित पेट्रोल पम्प पर सामाजिक कार्यकर्ता मेराज हैदर ,उरूसा राना , राजकुमार कनौजिया, रोहिणी, कालिन्दी शर्मा, अलिफ खान, ज़ीनत तथा अन्य सामाजिक कार्यकर्ता ने इसके खिलाफ प्रदर्शान किया।
प्रदर्शनकर्ताओं ने सरकार से माँग की के डीज़ल एवं पेट्रोल के बढ़े हुए दाम तुरंत वापस लिए जाए क्योंकि मौजूदा हालात में हिंदुस्तान की अवाम आर्थिक तौर पर एक बहुत दौर से गुज़र रही है और उस पर लगातार 18 वे दिन पेट्रोलिम उत्पादों में वृद्धि जनमानस की कमर तोड़ने जैसा है आज अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में crude oil अपने निम्नतम स्तर पर है किंतु पेट्रोलिम उत्पादों में ये लगातार वृद्धि मौजूदा सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह लगाती है। आज भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है की डीज़ल के दाम पेट्रोल से भी अधिक हो गाए है जबकि डीज़ल का इस्तेमाल किसान भाई सिंचाई एवं जुताई हेतु करते है तथा ट्रांसपोर्टर द्वारा माल ढुलाई हेतु वाहनो में भी डीज़ल का उपयोग होता है जिस कारण महंगाई पर भी इसका असर पड़ेगा और ज़रूरी सामान के दाम भी बढ़ेंगे।
मेराज हैदर और उरूसा राना ने विपक्ष के रवैये पर भी सवाल उठाया की आज जब विपक्षी राजनीतिक पार्टी को जनता का साथ देना चाहिए था लेकिन वो नदारद है और सिर्फ़ Twitter तक ही अपने को सीमित की है इसलिए आज जनता खुद सड़कों पर उतरने पर मजबूर हुई है तथा भारत सरकार से माँग करती हैं कि जनता पर पड़ रहे इस बोझ को तुरंत मुक्त किया जाए और बढ़े हुए दाम वापस लिए जाए ।