बहू के घरवालों ने वृद्ध को पीटा, मौत

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  • बटवारे में आई जमीन रजिस्ट्री करवाना चाहती थी बहू, पति की हो चुकी है मौत
  • बिसंडा थाना क्षेत्र के पारा बिहारी गांव में हुई घटना, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार ।

रिपोर्ट – सुधीर त्रिवेदी, वरिष्ठ संवाददाता

बांदा। पति की मौत के बाद मायके में रहने वाली युवती ने मनमाफिक बटवारा न होने और बटवारे की जमीन को अपने नाम रजिस्ट्री न होने पर मायके पक्ष के लोग ससुराल में जा धमके और वृद्ध की पिटाई कर दी। इससे वृद्ध की अस्पताल लाते समय मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हालांकि थाना पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हकीकत सामने आएगी। तहरीर मिलने पर रपट दर्ज की जाएगी।

बिसंडा थाना क्षेत्र के पारा बिहारी गांव निवासी रामदीन पटेल (78) पुत्र शिवचरन को उसकी बहू विमलेशा देवी के मायके पक्ष के लोगों ने गुरुवार की शाम को जमकर पीट दिया। पिटाई से वृद्ध अचेत हो गया और उसे अस्पताल लेकर परिजन जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। मृतक के पुत्र मनोज जो छत्तीसगढ़ थाने में प्रधान आरक्षी के पद पर तैनात हैं, ने बताया कि उसके छोटे भाई नवल किशोर ने वर्ष 2013 में फांसी लगाकर जान दे दी थी। विमलेशा नवल की पत्नी है। पति की मौत के बाद विमलेशा मायके बड़ागांव में रहने लगी और बटवारे को लेकर मुकदमा दायर किया। फैसला भी हो गया और बटवारा भी कर दिया गया। मृतक ने नवल की दोनो बेटियों के नाम पर बटवारे में आ रही जमीन को वसीयत कर दी थी। जबकि विमलेशा जमीन की अपने नाम रजिस्ट्री चाहती थी। इसी को लेकर अक्सर विवाद करती थी और नाहक में परेशान करती थी। मृतक के पुत्र ने बताया कि 9 मई को परिवार न्यायालय में तारीख लगी थी और 10 की शाम को हमला हुआ। इस संबंध में थाना प्रभारी बिसंडा नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कोई झगड़ा होनेकी खबर है, विशेष चोट नहीं थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हकीकत सामने आएगी।

काश, कार्रवाई हो गई होती

मृतक रामदीन के पुत्र मनोज ने बताया कि 9 मई को जिस दिन परिवार न्यायालय में तारीख थी, उस दिन विमलेशा के घरवालों की मंशा को भांपते हुए पुलिस अधीक्षक, डीएम और एसपी को रजिस्टर्ड डाक के जरिए प्रार्थना पत्र भेजा गया, लेकिन कहीं से कोई कार्रवाई न होने के कारण यह घटना हो गई। अगर कार्रवाई हो गई होती तो कोई घटना नहीं होती।

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