बाँदा— जनपद मुख्यालय में स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी के अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यालय हैं। जिस समय जनता की समस्याओं की सुनवाई का समय होता है। उस समय सारे अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों से गायब थे और सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय में 10.30 बजे तक ताला लटकता रहा। निरीक्षण करने पहुंचे डीएम अनुराग पटेल यह नजारा देखकर अचंभित रह गए। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। दीवार को शुक्रवार को जिला अधिकारी अनुराग पटेल सुबह 10.15 बजे कलेक्ट्रेट परिषद के कार्यालय, कोषागार एवं चकबंदी कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। नगर मजिस्ट्रेट के कक्ष में 10.30 बजे तक ताला लगा हुआ पाया गया।
निरीक्षण के दौरान उमाकांत त्रिपाठी अपर जिला अधिकारी (वित्त व राजस्व) अमिताभ यादव अपर जिला अधिकारी (न्यायिक) एमपी सिंह अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) केशव नाथ गुप्ता नगर मजिस्ट्रेट, पीके शर्मा, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी दिनेश बाबू, मुख्य कोषाधिकारी अजीत सिंह, सहायक कोषाधिकारी, विनोद कुमार वर्मा बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी एवं मंजू अग्रवाल प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट अनुपस्थित पाए गए। इस मौके पर जिलाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही निर्देशित किया कि प्रतिदिन अपने-अपने कार्यालयों में समय से उपस्थित होकर शासकीय कार्यों का संपादन करें। बताते चलें कि सुबह 10बजे से 12 बजे तक जिला स्तरीय अधिकारियों के कार्यालयों में समस्या लेकर लोग पहुंचते हैं। शासन के भी निर्देश है कि इस अवधि में जनता की समस्याओं को सुनकर अधिकारी उनका निस्तारण करें लेकिन जो समय जनसमस्याओं के निस्तारण का होता है।उस समय अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों में अनुपस्थित रहते हैं। जिससे जन समस्या लेकर आने वाले लोग निराश होकर लौट जाते हैं।
रिपोर्ट- सुधीर त्रिवेदी