बेलाताल ( महोबा ) । सरकार बनते ही जिले में गौशालायें तो धडल्ले से खोल दी गईं लेकिन इनमें न चारे का इंतजाम है न गरमी , धूप से गायों को बचाने के लिए छाया का इंतजाम। ऐसे में मूक गायों के लिए गौशालायें जेल से भी बदतर हो गई हैं।
विकास खंड जैतपुर की ग्राम पंचायत इंद्रहटा में संचालित गौशाला में न चारे की व्यवस्था है न ही छाया का कोई इंतजाम है और इसके साथ साथ इनकी प्रत्येक पंचायत में गौआश्रय केंद्रों में भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है ।
जिलाधिकारी ने अस्थाई पशु शेडों का निर्माण कराने के निर्देश दिए थे जिसके तहत बांस के टट्टर व बल्ली के माध्यम से अस्थाई पशु शेड बनवाए गए थे लेकिन कुछ ही महीनों में इन पशु शेडों का अता पता नहीं है।
अजनर – नौगांव रोड पर स्थित इन्द्रहटा का गौआश्रय केंद्र जो मेन सड़क पर है जहां पर न तो भूसाघर बना है न ही पशु शेड बना है। गौवंशों को खुला गेट के अंदर छोड़ दिया जाता है। गांववासियों की मानें तो यह भूसा घोटाला की आहट तो नहीं है।
यही हाल अस्थाई पशुशेडों के निर्माण में किया गया है।
मार्च-अप्रैल मई जून-जुलाई तक किसी भी गोवंश को अंदर नहीं रखा गया है फिर यह भूसा कहां गया किसने खाया यह एक जांच का विषय है।