आज पूरा देश रक्षाबंधन का त्योहार मना रहा है. रक्षाबन्धन हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है, जो श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. यह भाई-बहन को स्नेह की डोर से बांधने वाला त्योहार है. यह त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है. इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और लंबी आयु की कामना करती हैं वहीं भाई अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं. इसके साथ ही बहनों को उपहार भी दिए जाते हैं.
रक्षाबंधन का अर्थ क्या है?
रक्षाबंधन का अर्थ है (रक्षा+बंधन) अर्थात किसी को अपनी रक्षा के लिए बांध लेना. इसीलिए राखी बांधते समय बहन कहती है- ‘भैया! मैं तुम्हारी शरण में हूं, मेरी सब प्रकार से रक्षा करना.’ आज के दिन बहन अपने भाई के हाथ में राखी बांधती है और उन्हें मिठाई खिलाती हैं. फलस्वरूप भाई भी अपनी बहन को रुपये या उपहार आदि देते हैं. रक्षाबंधन स्नेह का वह अमूल्य बंधन है जिसका बदला धन तो क्या सर्वस्व देकर भी नहीं चुकाया जा सकता.
राखी का शुभ मुहूर्त कब है?
रक्षाबंधन के दिन शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधी जानी चाहिए. इस पर्व पर पंचांग के अनुसार कई शुभ योग बन रहे हैं. राखी का शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजे से 10:22 बजे तक और दोपहर 1:40 बजे से सायं 6:37 बजे तक है. मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में राखी बांधने से पुण्य प्राप्त होता है और शुभ फलदायी होता है.
यूपी में महिलाएं मुफ्त में कर सकेंगी बस यात्रा
यूपी में रक्षा बंधन के मौके पर महिलाओं को विशेष उपहार के रूप में सभी श्रेणियों की बसों में मुफ्त में यात्रा करने की सुविधा दी गई है. मुफ्त बस यात्रा की सुविधा रविवार आधी रात से सोमवार आधी रात 24 घंटे के लिए रहेगी. सीएम योगी ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उप्र पुलिस को सघन गश्त करने का भी आदेश दिया है.