‘भूख’ को मात दे रही कोरोना वॉरियर्स ‘दिव्या‘

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– गांव के सभी पात्रों को एवं लोगों के पास राशन की व्यवस्था करा प्रधानों के लिए आदर्श बनी दिव्या त्रिपाठी

संदीप रिछारिया ( वरिष्ठ संपादक)

लगभग तीन हजार की आबादी की सेमरिया जगन्नाथवासी के लोग आज कारोना लाॅकडाउन के चलते घरों के अंदर तो हैं, पर उन्हें सेनेटाइजर, मास्क और भोजन के लिए किसी दूसरे समाजसेवी पर आश्रित नही रहना पड़ रहा है। यह काम किया है गांव की प्रधान दिव्या त्रिपाठी ने। गांव में रहकर सभी व्यवस्थाएं होने पर गांव के लोग जहां खुशी से उनकी तारीफ करते नहीं अघाते, वहीं कोरोना वारियर्स की अगली पंक्ति में खड़ी होकर दिव्या त्रिपाठी भी इसे भगवान कामतानाथ का आर्शीवाद व जिलाधिकारी शेषमणि त्रिपाठी के निर्देश व रणनीति को मानतीं है।
सभी सरकारी सुविधाओं को घर- घर जाकर देने व जांचने वाली प्रधान दिव्या की माने तो अगर सभी प्रधान खुद अपने घर से निकलकर बिना भेदभाव के हर घर में जाकर समस्याओं को जाने तो कहीं से भी स्थिति खराब नहीं हो सकती। शासन से आने वाला धन इतना है कि इसमें पूरी ग्राम पंचायत को आराम से खाना खिलाया जा सकता है। लाॅकडाउन के 15 वें दिन प्रधानसंघ की अध्यक्ष दिव्या त्रिपाठी ने अपने गांव में जहां हर पात्र के पास गैस सिलेंडर, राशन, खातों में पैसा व अन्य सुविधाएं मुहैया ककरवाई हैं। वहीं हर परिवार के पास सेनेटाइजर व हर व्यक्ति को दो – दो मास्क खुद दिए हैं।

जब रिपोर्ट न्यूज की टीम उनके गांव पहुंची तो देखा कि प्रधान खुद गांव में टहलकर मास्क के संबंध में लोगों को बता रही है। कोरोना से बचने के उपाय तो उन्होंने जनता कफयू के पहले ही बताना प्रारंभ कर दिया था। बताया कि गॉंव में रह रहे अति गरीब परिवारों को चिन्हित कर एक महीने के राशन की व्यवस्था की। प्रत्येक परिवार के पास पहुंच लॉक डाउन की सूचना एवं तथा बाहर न निकलने की सलाह तथा घर पर रहने के लिये जागरूक करने के साथ ही इस बीमारी के भयानक परिणामों बताया। सरकार से आने वाली प्रत्येक योजना के अनुसार हर परिवार को राशन मिल रहा है कि नही, कोटेदार आशीष के पास जा-जाकर देखा। उनके प्रतिदिन रजिस्टर की जॉंच की जा रही है। प्रधानमंत्री उज्वला योजना के अन्तर्गत जिन महिलाओं के खाते में गैस का पैसा आता जा रहा है उन परिवारों को गैस की उपलब्धता सहज तरीके से गॉंव में उपलब्ध करायी जा रही है। बताया कि हमारे गॉंव में 95 प्रतिशत लोगों के राशनकार्ड बने हुये हैं तथा प्रत्येक परिवार में हर महीने प्रत्येक राशन मिल रहा है। गांव की सफाई पर विशेष ध्यान देकर अभियान चलाकर गांव को बिलकुल साफ किया गया है। इस भयानक बीमारी से बचने के लिये व्यक्तिशः मास्क तथा सेनेटाइजर की व्यवस्था कर स्वयं जाकर वितरित किया। एक दूसरे से दूरी बनाये रखने की अपील की तथा घर से आवश्यक चीजे लेने जाने के अलावा घर से बाहर न निकलने की भी सलाह दी। गॉंव के राधेश्याम पटेल, कैलाश पटेल तथा कैलाश त्रिपाठी, संतशरण आदि ने बताया कि सरकार की प्रत्येक योजना का लाभ समय पर तथा प्रधान के द्वारा सभी परिवारों में मास्क और सेनेटाइजर का वितरण किया गया।

जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय ने कहा कि प्रधान संघ की अध्यक्ष दिव्या त्रिपाठी बहुत कर्मठ व मेहनती हैं। उन्होंने पहले भी अच्छे काम किये हैं।

बताते चलें कि श्रीमती त्रिपाठी ने गांव को नशामुक्त बनाने के लिए पूर्व में एक बड़ी मुहिम छेड़ी थी, जिसमेकं वह शत प्रतिशत सफल रहीं । मुख्यमंत्री ने उन्हें रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया। उत्कृष्ट कार्यों के लिये दो बार पंचायत अवार्ड से एवं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान पर भी पुरस्कार मिल चुका है। इस प्रकार श्रीमती दिव्या त्रिपाठी प्रधान सेमरिया जगन्नाथवासी अपने गॉंव में कोई भूखा न रहे एवं कोई बीमार न पड़े-मा. प्रधानमंत्री के लॉंक डाउन का पूरा ध्यान रखते हुये सजग प्रहरी की भॉंति पूरे गॉंव की चिन्ता कर एक नायक की भूमिका निभा रही हैं ऐसे में उ.प्र. के चित्रकूट जिले के सभी गॉवों के प्रधानों को चाहिये की दिव्या त्रिपाठी से सीख लेकर अपने गॉंव में भी ऐसे ही व्यवस्था कर जनमानस को लाभान्वित करें जिससे चित्रकूट जिला उ.प्र. में अपनी एक अलग भूमिका में नजर आये तथा चित्रकूट जिले का नाम रोशन हो।

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