चित्रकूट – धर्म नगरी चित्रकूट की बेश कीमती जमीनों में गिद्ध दृष्टि जमा कर बैठे भू माफियाओं ने सतना जिला प्रशासन के राजस्व अमले से मिली भगत करके जमीन की नाप के नाम पर एक बार फिर से सरकारी बेश कीमती जमीन को हथियाने का षड्यंत्र रच रहे हैं। मामला चित्रकूट के ग्राम कामता स्थित महंत प्रेम पुजारी दास शास. उच्च. मा. वि . एवम् विद्यालय से लगे प्रज्ञा चक्षु मूक बधिर विकलांग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,जिसके संचालक प्रख्यात कथा वाचक पद्मविभूषण राम भद्राचार्य हैं, की जमीन के नाप का है। प्रज्ञा चक्षु मूक बधिर विकलांग विद्यालय प्रबंधन के द्वारा कई बार नाप करवाई जा चुकी है। तो वहीं दूसरी तरफ प्रज्ञा चक्षु विद्यालय की बाउंड्री भी बनी हुई है। बावजूद इसके प्रज्ञा चक्षु विद्यालय प्रबंधन एवम् अन्य भू माफिया सरकारी विद्यालय की बेष कीमती जमीन को हथियाने के लिए नाप पे नाप करवाए चले जा रहे हैं। एक तरफ जहाँ सैकड़ों की संख्या में सीमांकन की फाइलें पड़ी धूल खा रहीं तो वही कोरोना काल में भू-माफियाओं की ज़मीन का सीमांकन हो रहा| देश संकट के दौर से गुजर रहां है,तो वही जिम्मेदार राजस्व विभाग का अमला लॉकडाउन में महत्वपूर्ण कार्य छोड़कर भू-माफियों की ज़मीने नाप रहा है।
गौर तलब है कि कामता की आराजी न. 1016 अ का सीमांकन 1986 से अब तक लगभग 20 बार हो चुका है। बावजूद जिम्मेदार राजस्व अमले के अधिकारी / कर्मचारी उक्त आराजी की नाप नहीं कर पायें। आज मंगलवार की सुबह से ही चित्रकूट में जगतगुरु रामभद्राचार्य के प्रज्ञा चक्षु मूक बधिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की जमीन और शासकीय जमीन का सीमांकन आरआई, पटवारी के द्वारा किया जा रहा है। जबकि आज से लगभग डेढ़ – दो माह पूर्व भी उक्त आराजी की नाप की गई थी,और उस समय मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार चित्रकूट ने यह कहा था कि पुराने और नए नक्शे में भिन्नता है। और ग्राम कामता का नक्शा खराब है। शासकीय विद्यालय के प्राचार्य श्री श्रीधर त्रिपाठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सन् 1985 – 86 में जब से विद्यालय को सतना जिला कलेक्टर के आदेश से जमीन आवंटित की गई थी,तभी से शासकीय विद्यालय की बाउंड्री बनी हुई है और बगल से प्रज्ञा चक्षु मूक बधिर विकलांग विद्यालय की बाउंड्री वाल भी बनी हुई है लेकिन इसके बावजूद भी प्रज्ञा चक्षु मूक बधिर विकलांग विद्यालय प्रबंधन जमीन नाप की आड़ लेकर भूमाफियाओं के सहयोग से शासकीय विद्यालय की जमीन को कब्जाने का षडयंत्र रच रहा है। बताया गया कि प्रेम पुजारी दास शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की एक तरफ की जमीन की नाप बार बार कराई जा रही है। भू माफिया शासकीय विद्यालय की जमीन पर कब्जे की तैयारी में जी जान से जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि भगवान श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट की सैकड़ों एकड़ बेशकीमती सरकारी जमीन एवं जगंल की भूमि को नेता, अधिकारी, संत-महंत एवं कुछ भू-माफियाओं ने खुर्द खुर्द करते हुए कब्जा कर बेच लिया है। इसके बावजूद आज भी इन भू-माफियों के पास करोड़ो की ज़मीन चित्रकूट में मौजूद है।