मन के मैल दूर करने का माध्यम है श्रीराम कथा

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प्रतापगढ़। विकास खंड मांधाता के लाखूपुर में मुख्य यजमान राजकुमार दुबे के यह चल रही श्रीरामकथा की अमृत वर्षा 13 अक्टूबर 21 अक्टूबर तक चलेगी इसी बीच मंगलवार को वाराणसी से आए कथाव्यास विनयानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि श्रीरामकथा मनोरंजन का साधन नहीं हैं बल्कि मन का मैल को धोकर पवित्र करने व भगवत प्राप्ति की ओर अग्रसर होने का एकमात्र माध्यम है।

उन्होंने कहा कि भगवान का स्वभाव है कि वह पशु-पक्षियों का भी सम्मान करते हैं। उनके उपकार को भी नहीं भूलते। मौजूदा दौर में मनुष्य किसी भी उपकार को नहीं मानता है। विनयानंद सरस्वती जी महाराज ने राम कथा बड़े ही सुरुचिपूर्ण ढंग से सुनाते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम के जीवन आदर्शो को अपने जीवन में आत्मसात करने की जरूरत है।

कथा सुनने के साथ उस पर चितन-मनन करना भी जरूरी है। तभी हम श्रीराम के पदचिह्नों पर चल पाएंगे। श्रीरामकथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। इसके पूर्व वरिष्ठ पत्रकार अवनीश मिश्रा ने महराज जी व उनकी सहयोगियों का अंगवस्त्र भेंट कर आशीर्वाद लिया।

इस दौरान माता बक्श मिश्रा उर्फ कुल्लूर, राजन दुबे, पूजन दुबे, छोटू दुबे, महेश दुबे, धर्मेंद्र तिवारी, रेनू,पिंकी, गुड़िया, बासदेव चौरसिया, संग्राम दुबे, विनोद सिंह, अशोक सिंह आदि भक्तगण उपस्थित रहे।

रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा

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