“रसोई गैस सिलेंडर” के साथ मिलता है आपको “इंश्योरेंस”

314

नेशनल डेस्क –अब आप सोच रहे होंगें की गैस सिलेंडर में इंश्योरेंस कैसे मिल सकता है तो आइए हम आपको बताते हैं कैसे आप गैस सिलेंडर में इंश्योरेंस को क्लेम कर सकते हैं जब भी कोई ग्राहक नया गैस कनेक्शन लेता है या आपके पास पहले से गैस का कनेक्शन है तो उसके साथ ग्राहक को इंश्योरेंस कवर गैस कंपनी द्वारा दिया जाता है. लेकिन, इस इंश्योरेंस पॉलिसी की जानकारी ज्यादातर ग्राहकों को नहीं रहती है. अगर आपको इस बारे में नहीं पता है तो हम आपको इसकी जानकारी देते हैं.

गैस कनेक्शन खरीदने के साथ ही ग्राहकों को कंपनी द्वारा बीमा पॉलिसी की सुविधा दी जाती है जिसका प्रीमियम ग्राहक को नहीं भरना होता है. भारत गैस, इंडेन गैस और एचपी गैस तीनों ही कंपनियां अपने ग्राहकों को यह सुविधा देती हैं. अगर गैस सिलेंडर के कारण किसी तरह की घटना होती है तो ग्राहक बाद में इसका इंश्योरेंस क्लेम कर सकता है.

गैस कनेक्शन पर मिलता है इतना कवर-
गैस कंपनी इंडियन ऑयल की वेबसाइट में दी गई जानकारी के अनुसार गैस सिलेंडर के ग्राहकों और थर्ड पार्टी को गैस सिलेंडर के कारण हुए किसी एक्सीडेंट होने की स्थिति में इंश्योरेंस कवर दिया जाता है. गैस कंपनी के रजिस्टर्ड एड्रेस पर गैस के कारण हुए किसी हादसे का इंश्योरेंस कवर कंपनी देती है.

अगर गैस सिलेंडर दुर्घटना में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे 6 लाख रुपये तक का इंश्योरेंस क्लेम मिलता है. वहीं घायल होने की स्थिति में आपको 2 लाख रुपये तक का क्लेम मिल सकता है. इसके साथ ही किसी ऑथोराइज्ड कस्टमर के रजिस्टर्ड एड्रेस में किसी तरह का हादसा होने की स्थिति में 2 लाख तक का इंश्योरेंस क्लेम मिलता है. यह क्लेम प्रॉपर्टी को हुए नुकसान होने के एवज में मिलता है.

इंश्योरेंस क्लेम करने की क्या है प्रक्रिया-
अगर गैस सिलेंडर के कारण किसी तरह की घटना आपके घर में हो गई है तो ऐसी स्थिति में आप सबसे पहले अपने गैस कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर को इसकी जानकारी दें. इसके बाद डिस्ट्रीब्यूटर इस मामले पर जांच करके इंश्योरेंस कंपनी को इसकी जानकारी देगा. इसके बाद कंपनी ग्राहक को दुर्घटना के अनुसार क्लेम देगी.

इंश्योरेंस क्लेम करने के चाहिए यह डॉक्यूमेंट्स-
-दुर्घटना होने की स्थिति में मृत्यु प्रमाण पत्र.
-पोस्टमार्टम रिपोर्ट
-जांच रिपोर्ट
-अस्पताल में एडमिट होने का पर्चा
-मेडिकल बिल
-मरीज का डिस्चार्ज कार्ड

अनुज मौर्य रिपोर्ट

Click