राष्ट्रीय गीत के रचयिता बंकिमचंद्र चटर्जी की जयंती मनाई गई

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वंदे मातरम का उद्घोष करने वाले बंकिम दा को किया याद

चित्रकूट। नगर के एस. डी. एम. कॉलोनी स्थित डॉ. भाभा कॉन्वेंट स्कूल के संगीत शिक्षक वैभव जेजुरकर ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के रचयिता बंकिमचंद्र चटर्जी की जयंती ऑनलाइन राष्ट्रीय गीत गाकर मनाई, इस कार्यक्रम में ग्रुप के सभी सदस्यों ने बारी बारी से राष्ट्रीय गीत गाकर बंकिमचंद्र चटर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की, भारतीय साहित्यिक संस्थान के महासचिव डॉ. मनोज द्विवेदी ने बंकिमचंद्र चटर्जी का जीवन परिचय देते हुए कहा कि वे प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और पत्रकार थे। भारत का राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ उनकी ही रचना है जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के काल में क्रान्तिकारियों का प्रेरणास्रोत बन गया था। समाज सेवी जयश्री जोग ने बंकिमचंद्र चटर्जी के बारे में बताया कि उनका जन्मदिन हम इसलिए मनाते हैं कि उनका जो कृतित्व है उसके ऊपर हम लोगों का ध्यान रहे। उन्होने जैसे वंदे मातरम गीत की रचना करके भारत माता का उद्धार किया है, उनके विषय में व गीत का अर्थ हमें आगे की पीढ़ी को बताना चाहिये, तभी उनका जन्मदिन मनाना और गीत लिखना सार्थक होगा , नगर पालिका के पूर्व लिपिक सुधाकर रॉव ने कहा कि वंदे मातरम गीत गाने से हम सभी को गर्व होता है, डॉ. भाभा कॉन्वेंट स्कूल की प्रधानाचार्य चित्रा द्विवेदी ने श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रीय गीत गाकर सभी का खूब उत्साहवर्धन किया ।

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