रिवई गांव के किसानों ने हाथों में बर्बाद हुई फसल लेकर तहसील में की नारेबाजी

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महोबा , बुंदेलखण्ड के महोबा जिले के किसान दैविक आपदा एवं समय से अधिक वर्षा न होने के कारण किसान कई सालों से बेहद परेशान बना हुआ है। किसान अपने परिवार के भरण पोषण के लिए ब्राह जनपद को पलायन कर मजदूरी करने को मजबूर बना हुआ है। जिले के कृषक खेती तो करते है लेकिन खेतो मे मेहनत के अनुसार पैदावार कम होने पर आहत हो जाते है। कर्ज के तले दबे किसान मौत को भी गले लगा लेते है। लेकिन बुंदेलखण्ड के जिले के किसान कई सालों से  मुसीबतो का सामना कर रहे है। चरखारी विकासखंड के ग्राम रिवई से आधा सैकड़ा से अधिक किसानों ने खरीफ की फसल हुई खराब सहित तहसील चरखारी में पहुंच नारेबाजी करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सोपा तथा मुवाबजे की मांग की है।

कई वर्षों से सूखे की विभीषिका झेल रहे बुंदेलखंड के महोबा जिले के किसानों को इस बार भी कम वर्षा व कीटों के प्रभाव के चलते खरीफ की फसलें नष्ट होने की कगार पर है। खराब फसलों को रिवई ग्राम से आधा सैकडा से अधिक किसानों ने अपनी उर्द तिल मूंग एवं मूगफली की पौधों के साथ तहसील चरखारी में प्रदर्शन कर एडीएम रामप्रकाश को ज्ञापन सौंपकर प्रशासन से बर्बाद हुयी फसलों का सर्वे कर जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने जाने  की मांग की है l जिस पर एडीएम रामप्रकाश ने खराब हुयी फसलों का सर्वे कराने का आश्वाशन दिया और जल्द से जल्द खराब फसलों का शासन स्तर पर अवगत करा मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया है। इस मौके पर रिवई गांव के किसान मलखान सिंह लोकनाथ अरुण देवपाल रमेश रामचरन अमरचंद आदि ने बताया कि यदि बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं दिया जाता है तो क्षेत्र के किसान भुखमरी की कगार पर आ जायेगें।समय से फसलों का सही आकलन कर किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो किसान धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

रिपोर्ट-  राकेश कुमार अग्रवाल

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