लॉकडाउन में उत्तर मध्य रेलवे ने एक मिलियन टन माल और 300 टन पार्सल का किया लदान

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राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड (महोबा) । उत्तर मध्य रेलवे मालगाड़ियों और समयसारिणीबद्ध पार्सल सेवाओं के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने में लगा हुआ है । लॉकडाउन के दौरान, गुड्स शेड, स्टेशन, नियंत्रण कार्यालयों, रनिंग स्टाफ, मेंनटेनेंस प्वाइंटों , सुरक्षा पोस्ट आदि पर कार्यरत स्टाफ के सहयोग से उत्तर मध्य रेलवे अब तक लगभग 10 लाख टन माल का लदान कर चुका है, इसमें एक लाख टन खाद्यान्न, 20000 टन उर्वरक और 6 लाख टन पेट्रोलियम उत्पाद शामिल हैं। पार्सल के संबंध में, प्रत्येक छोटे से छोटे पैकेट के परिवहन के आदर्श के साथ काम करते हुए, उत्तर मध्य रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान अब तक लगभग 300 टन पार्सल का लदान किया है जिसमें 120 टन मेडिकल सामान के अतिरिक्त अन्य आवश्यक सामान शामिल हैं।

बड़ी मात्रा में माल लदान के अलावा कई गुणात्मक सुधार जैसे मालगाड़ियों की औसत गति में 100% से अधिक की वृद्धि के साथ अब 50 किलोमीटर प्रतिघंटे से अधिक की औसत गति से इनका परिचालन, समय सारिणीबद्ध पार्सल सेवाओं की 90% से अधिक की उत्कृष्ट समयपालनता और लगभग 75 किलोमीटर प्रतिघंटे की औसत गति से पार्सल ट्रेनों का संचालन शामिल हैं। इन प्रयासों के फलस्वरूप संपूर्ण राष्ट्र में प्रत्येक आवश्यक वस्तु को उचित मात्रा में, उचित परिवहन लागत एवं उचित समय पर उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं ।

अब दिनांक 01.05.20 से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के प्रारंभ के साथ ही उत्तर मध्य रेलवे प्रवासी कामगारों और अन्य फंसे व्यक्तियों की सुरक्षित और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। लॉकडाउन के दौरान कम कर्मचारियों के साथ काम करते हुए भी निष्ठावान रेलकर्मियों के अथक प्रयासों द्वारा उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में ज़ोन में ट्र्मिनेट होने वाली श्रमिक विशेष ट्रेनों को संभालना एक बड़ी चुनौती थी। इनके आगमन पर थर्मल स्कैनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग व्यवस्था, राज्य के साथ समन्वय आदि सुनिश्चित करना आवश्यक है। जी एम उ म रे के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे ने अबतक अपने स्टेशनों पर आने वाली सभी ट्रेनों को सुरक्षित और कुशल तरीके से संभाला है।

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