वित्त वर्ष 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे करेगा 4147 करोड़ का निवेश

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राकेश कुमार अग्रवाल
वरिष्ठ संवाददाता

इलाहाबाद। उत्तर मध्य रेलवे चालू वित्तीय वर्ष में अवसंरचनात्मक विकास पर ४१४७ करोड रुपया खर्च करेगा।

उत्तर मध्य रेलवे एवं उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने आज यातायात सुविधाओं, यात्री सुविधाओं, लेवल क्रॉसिंग संरक्षा, रोड ओवर ब्रिज /रोड अंडर ब्रिज, स्टाफ सुविधाओं, सिग्नलिंग कार्यों के प्रस्तावों की समीक्षा की।

उन्होंने अपनी प्राथमिकता पर बल देते हुए कहा कि आवश्यक कार्यों और चालू वित्त वर्ष में पूरा होने की संभावना वाले कार्यों के लिए धन आवंटन को प्राथमिकता दी जाएगी।

बेहतर रेल संचालन, यात्री सुविधाओं, माल ढुलाई, कर्मचारियों की सुविधा आदि के लिए अवसंरचनात्मक विकास से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य रेलवे में तीन स्तरों रेलवे बोर्ड, महाप्रबंधक और मंडल स्तर पर स्वीकृत किए जाते हैं।

नई कार्यसूची को तय करने के लिए आज उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में एक बैठक आयोजित की गई। महाप्रबंधक उत्तर मध्य एवं उत्तर रेलवे राजीव चौधरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी विभागों के मुख्य विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। बैठक में प्रयागराज, झांसी और आगरा के मंडल रेल प्रबंधक अपनी-अपनी टीम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।

चालू वित्त वर्ष 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे में चल रहे कार्यों के क्रियान्वयन और बेहतर ढांचागत सुविधाओं के लिए नए कार्यों को मंजूरी देने के लिए 4147.23 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। बजट आवंटन में 1600 करोड़ रुपये ट्रैक दोहरीकरण परियोजनाओं पर खर्च किए जाएंगे. ये कार्य ट्रेनों की हैंडलिंग क्षमता में विस्तार, परिचालन गति को बढ़ाने, समयपालनता के लिए आवश्यक हैं. विभिन्न स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए 874 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। साथ ही 502 करोड़ रुपये संरक्षा संबंधी ट्रैक नवीनीकरण कार्य, 482 करोड़ रुपये लेवल क्रॉसिंग संरक्षा / आरओबी / आरयूबी कार्य, सिग्नलिंग कार्य हेतु 170 करोड़ रुपये, गेज परिवर्तन के लिए 150 करोड़ रुपये, यातायात सुविधाएं के लिए 130 करोड़ रूपये का आवंटन वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए किए गया है।
कोविड -19 के कारण उत्पन्न स्थितियों और निधि की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए, उत्तर मध्य रेलवे मात्र उन्हीं नये कार्यों को स्वीकृति देगा जो इस रेलवे कामकाज की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें वांछित आउटपुट प्राप्त करने के लिए जल्दी से पूरा किया जा सकता है। महाप्रबंधक ने तीनों मंडलों से प्राप्त नए कार्यों के सभी प्रस्तावों की समीक्षा की और मुख्य विभागाध्यक्षों और मंडलों के परामर्श से लगभग 40 करोड़ रुपये मूल्य के महत्वपूर्ण कार्यों की सूची को अंतिम रूप दिया गया ।

महाप्रबंधक चौधरी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि उपलब्ध संसाधन सबसे महत्वपूर्ण और चालू वित्त वर्ष के भीतर पूरे की जा सकने वाली परियोजनाओं पर लगाए जायें।

बैठक का संचालन प्रधान मुख्य अभियंता शरद मेहता ने किया।

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