बाँदा: – विद्युत विभाग के कर्मचारियों की आपसी राजनीति के चलते बिसंडा थानांतर्गत अकौना गांव की बिजली पिछले 2 साल से गुल है। गरमी के इस मौसम में बिजली न आने से ग्रामीण परेशान हैं। वहीं दर्जनो नलकूप भी बंद पड़े हैं।
विभाग के लोग एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराकर मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। अहम बात है कि बिजली काटने के पीछे की वजह यह है कि कुछ दिन पहले से सौभाग्य योजना के तहत गाँवो में विधुतीकरण हो रहा है जिसके चलते गाँवो में बंद केबल लग रही है , जिसमे ग्रामवासियों के विधुत कनेक्शन काट दिए गए है , जिसको अब तक लाइन नही चालू की गई है , जिससे परेशान ग्रामीणों ने स्थानीय समाजसेवी पी सी पटेल जनसेवक भदेहदु ने को सूचना दी, जिसको स्थानीय समाजसेवी ने तत्काल संज्ञान में लेकर स्थानीय विधुत विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों से संपर्क कर गाँव में विधुत सप्लाई एक सप्ताह के अंदर चालू करने को कहा है , अगर विधुत सप्लाई सप्ताह भर के अंदर नही चालू हुई तो धरना प्रदर्शन व रोड चक्काजाम करने को बाध्य होंगे जिसके जिम्मेदार स्थानीय विधुत विभाग व ठेकेदार होंगे ,ग्रामीणों की माने तो अब तक गांव में कभी विधुत की सप्लाई नही हुई, इस मौके पर अनिरुद्ध राजपूत, ब्रजेश, देवीदीन कोटार्य, अरुण कुमार पटेल (कोर्राखुर्द), चुन्नीलाल कोटार्य, कमल कोटार्य, दिनेश, माताप्रसाद, सीताराम, कालीवा कोटार्य, लक्ष्मीनिया, शिवकली, रामप्यारी, फुलमतिया, संगीता, दयानंद राजपूत ,लालू भगत, रमेश राजपूत, अशोक राजपूत(प्रधान पुत्र), पंचा, मखंचु साहू, शिव औतार राजपूत, बुध्दविलाश, अरविंद वर्मा, फुलकरन वर्मा, सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे ।