रायबरेली। जिले में निजी अस्पतालों द्वारा पार्किंग व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण वहां आने वाले लोगों द्वारा वाहनों को इधर-उधर खड़े करने से यातायात बाधित हो रहा है। जिससे आए दिन लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ता है। शहर के निजी अस्पताल या नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई करने की पॉलिसी अभी तक नहीं बनाई गई है। संबंधित अधिकारी कार्रवाई की तो बात करते हैं लेकिन उनके पास एेसे लोगों पर कार्रवाई करने का कोई ठोस प्लान नहीं है।
शहर में लगभग 50 से ज्यादा अस्पताल, नर्सिंग होम और क्लीनिक में कुछ अस्पतालों को छोड़कर किसी के पास पार्किंग की कोई भी सुविधा नहीं है। दिन प्रतिदिन ऐसे संस्थानों की संख्या और बढ़ती ही जा रही है। शहर में चाहे कैनाल रोड हो,पुलिस लाइन रोड हो, रफी नगर,डिग्री कॉलेज से कचहरी रोड हो लगभग शहर के हर क्षेत्र में निजी अस्पताल व बड़ी क्लीनिक चल रही है। ज्यादातर क्लीनिक्स नर्सिंग होम एक्ट का पालन नहीं करते और न ही उनके पास मरीजों के लिए सुविधाएं हैं।
निजी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने की पॉलिसी अभी तक नहीं बनाई गई
क्या हैं नियम
निर्धारित नियमावली के तहत अस्पताल में जितने बेड हैं, उससे चार गुना ज्यादा चारपहिया वाहन पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। रिहायशी इलाकों में बगैर अनुमति के चल रहे अस्पतालों को नियमित कराने के लिए निगम में 2 हजार प्रति वर्ग फीट के हिसाब से फीस जमा करवाकर आवेदन देना होता है।
अधिकतर डॉक्टराें ने आवास में ही खुले हैं नर्सिंग होम
अधिकतर डॉक्टर रहने के लिए बनाए गए अपनेआवास में ही नर्सिंग होम खोल रखे हैं। जहां न पार्किंग की सुविधा है, न ही फायर विभाग से एनओसी लिया गया है। यहां तक कि किसी अापात स्थिति में निकलने के लिए इमरजेंसी निकास की व्यवस्था की गई है। हालात ऐसे हैं कि किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
इंद्रा नगर रोड के पास निजी अस्पताल के बाहर सड़क पर ही लोग अपनी बाइक ओवर चौपाया वाहनों को खड़ा कर देते हैं जिससे आए दिन दुर्घटना व जाम लगता है
क्या कहते हैं तीमारदार
सरेनी से आए रमेश कुमार ने बताया कि पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर गाड़ी खड़ी करनी मजबूरी है। सड़क पर बाइक खड़ी करने से गिरने या टूटने का डर बना रहता है। कभी-कभी तो लोग गाड़ी खड़ी कर के लोग नर्सिंग होम में जाते हैं लेकिन सुरक्षा के अभाव में उनकी गाड़ी तक चोरी हो जाती है। आये दिन गाड़ी चोरी की घटना आम हो गई है। वहीं शिवगढ़ से आये अभय सिंह ने कहा कि लोगों द्वारा अाधी सड़क तक गाड़ी खड़ी करने के कारण घंटों जाम से जूझना पड़ता है। जिससे लोग समय पर अपना कार्य नहीं कर पाते है और कई परेशानियों का सामना करना पड़ता।
अनुज मौर्य रिपोर्ट