श्रद्धा के प्रतीकों पर टूट रहा प्रशासन का कहर

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प्रशासन द्वारा तोडवाया गया मंदिर का चबूतरा

– श्रीकामदगिरि परिक्रमा में श्रीराम के साथ बत्तमीजी के बाद अब मंदाकिनी नदी के भरतघाट पर मप्र प्रशासन ने तोड़ा शंकर जी का चबूतरा

– जन आक्रोश देखकर एसडीएम ने दोबारा बनवाने के दिए आदेश

– महाराजा मत्तगयेन्द्रनाथ सरकार पर्णकुटी ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने दोबारा बनवाकर शिवरात्रि पर भव्य कार्यक्रम कराने को कहा

चित्रकूट । श्रीकामदगिरि मार्ग में यूपी की साइड में चले अतिक्रमण अभियान के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा श्रीराम की मूर्ति को तोड़े जाने के बाद पैरों से रौंदे जाने की खबर पर जहां एक ओर संतों व महंतों में आक्रोश व्याप्त हैं, वही दूसरी तरफ गुस्वार की देर रात मप्र के मझगवां एसडीएम ने भरत घाट पर बने शंकर जी के मंदिर का चबूतरा तोड़वा दिया। इसके बाद यहां पर तगड़ा जनाक्रोश फैला। विधायक की धमकी व संतों व स्थानीय लोगों की नाराजगी के बाद प्रशासन ने अपने कदम पीछे खींचे और चबूतरे को दोबारा बनवाने के लिए कह दिया। घाट के तीर्थपुरोहित वेदरतन तिवारी के पुत्र प्रदीप तिवारी ने कहा कि वह चबूतरे को सुंदर तरीके से बनवाने के साथ ही शिवरात्रि पर भव्य कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

गुरूवार की देर रात चबूतरा तोड़ता लेबर

गुस्वार की देर रात अचानक एसडीएम मझगंवा पीएस त्रिपाठी, तहसीलदार व सीएमओ नगर परिषद केपी सिंह अपने साथ एसआई व लेबर लेकर पहुंचे और घाट पर बने चबूतरे को तोड़ने का आदेश दे दिया। लेबर ने जैसे ही चबूतरा व पेड़ के नीचे बनी सीढियों को तोड़ना प्रारंभ किया, मौके पर भीड़ बढ़ने लगी। लोग नाराज होकर सवाल खड़े करने लगे।

भरत घाट पहुंचकर टूटे चबूतरे को देखते प्रदीप तिवारी।

अधिकारियों ने उन्हें घाट पर अतिक्रमण हटाने की बात कही। इस पर कई लोगों से अधिकारियों से बहस भी होने लगी। तभी कुछ लोग राजमहल की ओर विधायक से मिलने भागे। मौका पाकर अधिकारी भी वहां से निकल गए। इसके बाद जन आक्रोश बढ़ने के बाद जब एसडीएम ने देखा कि मामला बिगड़ जाएगा तो उन्होंने दोबारा चबूतरा बनवाने के आदेश दे दिए। बबली निषाद, राजा निषाद, जानकीशरण शिवहरे आदि लोगों ने कहा कि यह स्थान बहुत पुराना है। मंदिर भी सदियों पुराना है। प्रशासन ने गलत कार्य किया है। इस दौरान नयागांव से अचानक नागा जी आए और उन्होंने कहा कि वह लगभग चालीस सालों से यहां पर पूजा करते चले आ रहे हैं। हर शनिवार व मंगलवार को भगवान को चोला चढ़ाया जाता है। सभी उत्सव यहां पर मनाए जाते हैं। अगर प्रशासन ने बात न मानी तो प्रशासन की ईंट से ईट बजा दी जाएगी। बाद में मौके पर पहुंचे भरत घाट के तीर्थ पुरोहित वेदरतन तिवारी के पुत्र महराजाधिराज मत्तगयेन्द्र नाथ सरकार व पर्णकुटी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने कहा कि प्रशासन द्वारा कराया गया कार्य दुर्भाग्यपूर्ण है। खैर जब प्रशासन ने इसे दोबारा बनवाने के लिए कह दिया है तो हम लोग इसे सुंदरतम तरीके से बनाकर शिवरात्रि पर विधिवत उत्सव करेंगे।

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