- चिकित्सालय अधीक्षक के खिलाफ जांच को राज्यपाल ने दी हरी झंडी
- सदर विधायक की शिकायत पर शासन गंभीर
- सपा विधायक अनिल प्रधान ने लगाया था अभद्रता का आरोप
चित्रकूट। समाजवादी पार्टी के सदर विधायक अनिल प्रधान से अभद्रता करने व अन्य आरोपों में जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. सुधीर कुमार शर्मा को प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने निदेशक परिवार कल्याण उप्र लखनऊ को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
मुख्य चिकित्साधीक्षक पर विधायक अनिल प्रधान ने आरोप लगाया था कि उन्होंने उनको टेलीफोन के माध्यम से सूचना न देकर आरटीआई से सूचना प्राप्त करने के लिए कहा।
इसके अलावा सीएमएस को प्रोटोकाल नियमों का उल्लंघन करने, अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने और शासकीय कर्तव्यों व पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने का प्रथमदृष्टया दोषी पाया गया।
इस पर प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने राज्यपाल की स्वीकृति के आधार पर निदेशक परिवार कल्याण उप्र लखनऊ को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने जांच अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जांच प्रक्रिया पूरी कर एक माह के अंदर शासन को उपलब्ध कराई जाए।
इसके अलावा डा. शर्मा को जांच अधिकारी का सहयोग करने के निर्देश भी दिए गए हैं। प्रमुख सचिव ने जांच अधिकारी को सीएमएस को व्यक्तिगत और मौखिक सुनवाई का पूरा अवसर देकर जांच कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
- पुष्पराज कश्यप