“हम है एआरटीओ” हम नीली बत्ती भी लगा सकते हैं और उत्तर प्रदेश सरकार भी लिखवा सकते हैं वो भी प्राइवेट गाड़ी में

461

ARTO रायबरेली उड़ा रहे ट्रैफिक नियमों व मानकों की धज्जियां

रायबरेली-यातायात माह नवंबर में भी अधिकारी उड़ा रहे हैं नियमों व मानकों की धज्जियां एक तरफ पुलिस विभाग आम जनों पर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर कार्यवाही के तहत उनके वाहनों का चालान करती है लेकिन जब यहां परिवहन विभाग के ही अधिकारी ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा एंगे तो उच्चाधिकारी उन पर कैसे कार्यवाही कर पाएंगे दरअसल मामला रायबरेली जनपद का ही है जहां रायबरेली जिले के ARTO प्रभारी खुद ट्रैफिक नियमों के वह मानकों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यही नहीं प्राइवेट स्कॉर्पियो वाहन में उत्तर प्रदेश सरकार लिखने के साथ एआरटीओ व अन्य कई स्लोगन लिखे हैं जो मौजूदा सरकार के दिए गए नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं

कलेक्ट्रेट परिसर में किसी कार्य से मिलने एडीएम के पास पहुंचे रायबरेली आरटीओ के वाहन चालक ने ना तो सीट बेल्ट लगा रखी है और ना ही ARTO ने भी सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी यही नहीं बकायदा अपने प्राइवेट वाहन पर पुलिस या वाहन पर लगने वाली लाल बत्ती सजा रखी है जो उनके पद पर चार चांद लगा रही है जिसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हो गई सड़कों पर चलने वाले वाहनों का भारी-भरकम चालान करके उनसे मोटी रकम वसूल की जाती है की आपके वाहन में ओवरलोडिंग ज्यादा है मानक के अनुरूप वाहन है कागज सही नहीं है बीमा खत्म हो गया है ऐसे कई सारे सवाल करके उन पर जबरजस्ती जुर्माने की मोटी रकम लगा देते हैं लेकिन यहां तो उच्च स्तर पर बैठे ही अधिकारी नियमों और मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं तो क्या इनके लिए कोई कानून नहीं है या जो कानून बने हैं सिर्फ आम जनता व पब्लिक के लिए हैं अब रही नियम औऱ कानून की बात तो कार्यवाही रहने से रही इनपर क्योंकि साहब ठहरे आला अधिकारी ।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

Click