हिमाचल प्रदेश के सिरमौर नाटी नृत्य की खुशबू से महक तुलसी उद्यान मंच

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तुलसी उद्यान मंच पर चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम के शनिवार उनचासवा दिन के अन्तर्गत संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, संस्कृत विभाग उत्तर प्रदेश, उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान लखनऊ द्वारा आयोजित रामोत्तसव कार्यक्रम में कई प्रदेश से आए कलाकारो की प्रस्तुति बहुत मनभावन लगी जिसे देख दर्शकों ने बहुत पसंद किया प्रथम प्रस्तुति हिमाचल प्रदेश की  ऊंचे- ऊंचे पहाड़ों वाले प्रदेश की पारंपरिक नाटी नृत्य इसमें चार विधाओ पर नृत्य होता है पारंपरिक विद्या पानी के दीपक को जलाकर किसी भी त्यौहार मांगलिक अवसर धार्मिक आयोजन पर महिला और पुरूष नोक झोक जब फसल आती है बैसाखी के अवसर पर देव कार्य में भी इस नृत्य को किया जाता है जिसकी प्रस्तुति बहुत ही मनभावन लगी इसके बाद हरियाणा की संदीप एवं दल द्वारा हरियाणवी घुमर नृत्य महिलाएं जब अपने पति को रिझाती है मानती है गहनों के लिए आभूषण के लिए उसी को गाकर नृत्य कर मांग करती हैं इन्ही कलाकरो के द्वारा हरियाणवी फाग होली रे होली आई रंग बिरंगे होली रे.. जिसे होली के दूसरे दिन मनाया जाता है जिस प्रकार मथुरा में लठमार होती होती है इसके बाद गया हेमराज एवं दल द्वारा राजस्थान के भील जनजातीय कलाकारो द्वारा गैर घूमरा नृत्य की प्रस्तुति बहुत ही सराहनीय रही।
इसके पश्चात कानपुर की सीमा वर्मा की लोक गायन उत्तर प्रदेश कानपुर के द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति एवं लोकगीतों में राम भजन,राम जन्म संस्कार गीत, विवाह संस्कार गीत ,एवं होली गीतों के द्वारा अयोध्या के राम भक्तों का मन भाव विभोर कर दिया राम चरण सुखदाई..,अवध में  बाजे बधाइयां..पीली हल्दी के गांठ.. घोड़ी पर सवार राम दूल्हा ..जनकपुर में सीताराम मिलन आदि भजनों के माध्यम से सीमा वर्मा व उनकी टीम को दर्शकों ने बहुत सारा है इसके पश्चात जान्हवी पाण्डेय की लोक गायन राम धुन राम बोलो राम राम..दुनिया चले ना श्री राम के बिना.. बाजे अवध बधाई बाजे..रंग बरसे मोरी धानी रंग चुनरिया होली के गीत से सभी को सराबोर कर दिया। इसके पश्चात अमेठी की नीलम सिंह की लोक गायन शिव भजन शिव भोले की महिमा अपार..और सोहर बचत अवध बधाइयां..होली गीत होली खेले रघुवीरा..जन्म गीत नार छिनाई जन्मे तोहार भगवान दे दा नारा छिनाई..गारी गीत गावे जनकपुर नारी अरे गारी इसके पश्चात केनरा बैंक एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से सोन चिरैया द्वारा आयोजित भक्ति उत्सव कार्यक्रम हुआ जिसमें गोटी पुआ छाऊ नृत्य भोर ताल की प्रस्तुति हुई  इस अवसर उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी प्रदेश से आए कलाकारों को स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किए।

रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी

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