हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 – चुराह असेंबली सीट से बीजेपी के हंसराज जीते।
हिमाचल विधानसभा चुनाव – 2022 में डिफेंडिंग चैंपियन बीजेपी के साथ ही कांग्रेस और आप भी जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं। बीते 9 साल से चुराह सीट से बीजेपी विधायक हंसराज अबकी बार भी जीतकर हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। हंसराज ने साल 2012 और वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार को पटखनी दी थी।
गौर करें तो अभी तक चुराह सीट से साल 2012 और 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी कमल खिला चुकी है। अब बीजेपी से हंसराज इस सीट से हैट्रिक लगाना चाह रहे हैं। वहीं कांग्रेसी उम्मीदवार यशवंत सिंह मैदान में हैं। साथ ही आम आदमी पार्टी के नंदकुमार जरयाल भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी के हंसराज को लगभीग 5 हजार वोट से जीत मिली थी। हंसराज को 28,293 मत मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुरेंद्र भारद्वाज को 23,349 वोट मिले।
वहीं वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के हंसराज को 24,978 वोट और कांग्रेस के सुरेंद्र भारद्वाज को 22,767 वोट मिले थे। इस सीट पर बीते 9 साल से भारतीय जनता पार्टी के हंसराज की दावेदारी रही है। उन्होंने पहली बार 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा और उन्हें जीत मिली।
चुराह सीट के मतदाताओं की बात करें तो इस क्षेत्र में कुल 74 हजार वोटर हैं, जिनमें 38 हजार मतदाता पुरुष हैं। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 36 हजार है।
चंबा जिले की चुराह विधानसभा सीट की समस्याओं की बात करें तो यहां की आबादी पानी, बिजली और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से दोचार हो रहे हैं। ख़ासकर यहां की आबादी को जरूरी मेडिकल सुविधाएं नहीं मिल पाती है। इसके लिए इन्हें चंबा या शिमला के अस्पताल की ओर रुख करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है इस मुद्दे को कई बार उठाया जा चुका है, लेकिन आज तक कोई सरकार इसका समाधान नहीं कर सकी है। ऐसे में बीजेपी कैंडीडेट हंसराज की राह में कांग्रेस और आप के प्रत्याशी ही नहीं बल्कि वो स्वास्थ्य सेवाएं भी उनकी राह में रोड़ा बन सकती हैं।
इतना ही नहीं चुराह के लोग आवागमन की सुविधा को लेकर परेशान रहते हैं। यहां के लोग चाहते हैं कि यहां सरकारी बसें चलाई जाएं। वहीं तरेला नाले पर पुल निर्माण की मांग भी यहां के लोग काफी लंबे अरसे से करते आ रहे हैं। इस विधानसभा सभा क्षेत्र में नियमित पेयजल की आपूर्ति नहीं होने से यहां के लोग शासन-प्रशासन से परेशान हैं।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की चुराह विधानसभा वैसे तो अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है, लेकिन पार्टियों को यहां कैंडीडेट के चुनाव में काफी मुश्किल होती है। चुराह सीट पर 26 प्रतिशत मतदाता अनुसूचित जाति के हैं। इसके अलावा ब्राह्मण, राजपूत, मुस्लिम, गुज्जर व गद्दी जातियों के भी मतदाता हैं, लेकिन प्रभावशाली वोट अनुसूचित जाति के पास ही है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में यहां बीजेपी के हंसराज ने चुनाव जीता था। हंसराज ने कांग्रेस के सुरेंद्र भारद्वाज को करीब 5 हजार मतों से हराया था। इस चुनाव में बीजेपी को 53.04 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 44 फीसदी मत मिले। वहीं समाजवादी पार्टी के नंदकुमार को 0.8 फीसदी मत प्राप्त हुए। जबकि एक इंडिपेंडेंट कैंडीटेट को 0.8 प्रतिशत वोट मिले।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की चुराह विधानसभा अपनी खूबसूरती के लिए भी जानी जाती है। कहा जाता है कि पहले के राजाओं ने यहां के हर परगना में एक-एक खूबसूरत कोठियों का निर्माण कराया था। आज भी लोग इन्हें देखने पहुंचते हैं। इनके नाम देवी कोठी, सनोह कोठी, लाइन कोठी, हिमगिरी कोठी, सेई कोठी, थानेई कोठी है। इसके अलावा चुराह चुराह घाटी में चार सुंदर झीलें हैं, जिनकी खूबसूरती देखते ही बनती है।
गौर करें तो अभी तक चुराह सीट से साल 2012 और वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कमल खिला चुकी है। अब बीजेपी से हंसराज इस सीट से हैट्रिक लगाना चाह रहे हैं। वहीं कांग्रेसी उम्मीदवार यशवंत सिंह मैदान में हैं। साथ ही आम आदमी पार्टी के नंदकुमार जरयाल हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 – चुराह असेंबली सीट कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
अब एक नज़र चुराह असेंबली सीट के मतदाताओं पर। यहां पर कुल 78,823 मतदाता हैं। इनमें से पुरुष वोटरों की संख्या 40,223 है। वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 38,600 है।
चुराह असेंबली सीट पर मतदाताओं की संख्या
कुल मतदाता – 78,823
पुरुष वोटरों की संख्या – 40,223
महिला मतदाताओं की संख्या – 38,600
अब एक नज़र चुराह असेंबली सीट से किस्मत आज़मा रहे रहे प्रत्याशियों के बारे में…
बीजेपी कैंडिडेट हंसराज
13वीं हिमाचल असेंबली के उपाध्यक्ष
लगातार दो बार से चुराह सीट से बीजेपी विधायक
बीजेपी के अनुसूचित जाति के कद्दावर नेता
कांग्रेस प्रत्याशी यशवंत सिंह
– हाल में कांग्रेस ज्वॉइन किया
-यशवंत खन्ना पेशे से शिक्षक हैं
आप के उम्मीदवार नंद कुमार जरयाल
आम आदमी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता
जरयाल हॆं सामाजिक कार्यकर्ता