रायबरेली-आजकल फर्जी पत्रकारो की बाढ़ सी आ गई हैं जो फर्जी पत्रकार बनकर पुलिस पर रौब गाठते हैं ऐसे प्रेस लिखकर वाहनों का अब अभियान चलाकर सत्यापन कराया जाना चाहिए, चेकिंग के दौरान प्रेस लिखकर वाहनों पर पैनी नजर रखी जानी चाहिए। बता दे कि जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों फर्जी पत्रकारो और प्रेस स्टिकर लिखे वाहनों की मानो बाढ़ सी आ गयी है। जिसके चलते जिले में पुलिस भी भ्रमित होकर परेशान हैं।
आपको बता दें कि आज कल प्रेस लिखकर वाहनों पर धड़ल्ले से 3 सवारियां बैठाकर लोग अपने आपको मीडिया कर्मी बताकर पुलिस पर रौब झाड़ते फिर रहे हैं।
वहीं पुलिस का कहना है कि इन फर्जी पत्रकारों ने अपने वाहनों पर प्रेस का स्टीकर लगाकर पुलिस के काम मे बांधा पहुचाते है। आपको बता दे कि कई ऐसे प्रेस लिखे वाहन तो आज भी थानों में सीज हुए खड़े है, जिनका अभी तक कोई वारिस ही नही आया है। कई पुलिसकर्मियों ने यह भी बताया कि पुलिस को परेशानी है, कि फर्जी पत्रकार बनकर ये लोग पुलिस के काम मे बांधा पहुंचा रहे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई इलाको में प्रेस का स्टिकर लगाकर अपनी कालोनियों में भी लोगो को बेवजह डरा धमका रहे है। और थाने में पहुँचकर पुलिसकर्मियों को भी हड़काते दिखाई देते है। और इसके अलावा कई जगहों से ठगी व वसूली भी करने की खबरे आती रहती है। ऐसे फर्जी पत्रकारों पर जिले की पुलिस को तत्काल प्रभाव से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वही भवन निर्माण , अवैध खनन ,लकड़ी कटाई या ऐसा काम जो कानूनी गलत होते है वहाँ पर ये लोग उस काम का ठेका ले लेते हैं
जिला सूचना विभाग में ये लोग फर्जी लेटर बनवाकर जमा कर देते हैं और फिर रँगबाजी से घूमते हैं पूरे जिले में न ही उनके कोई अखबार आते हैं बल्कि जिले में ऐसे पत्रकार है जिन्हें खबर लिखना तो दूर अपना वो सही से नाम भी नही लिख पाते है ऐसे में सूचना अधिकारी को चाहिए ऐसे लोगो को चिन्हित करें जो चौथे स्तम्भ को बदनाम कर रहे हैं ऐसे लोगो पर कानूनी कार्यवाही करवानी चाहिए।
अनुज मौर्य रिपोर्ट