राकेश कुमार अग्रवाल
झांसी। सड़क परिवहन को सुगम बनाने के लिए रेलवे क्रासिंग गेटों को खत्म करता जा रहा है। अगस्त माह में तीन क्रासिंग गेट बंद कर दिए गये हैं। जबकि इस वित्त वर्ष में अब तक 15 लेवल क्रॉसिंग गेटों को बंद किया जा चुका है। प्रयागराज- कानपुर खंड में स्थित लेवल क्रासिंग स. 53 पर एक आरयूबी का निर्माण किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में 03 आरयूबी का निर्माण किया गया है। आगरा मंडल के भरतपुर स्टेशन पर लेवल क्रॉसिंग गेट स. 39 को सिग्नल के साथ इंटरलॉक किया गया है। वर्तमान वित्त वर्ष 2020-21 में अब तक 4 लेवल क्रॉसिंग गेटों को इंटरलॉक किया जा चुका है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गेट बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलने का सिग्नल मिले। अगस्त-2020 के दौरान; उत्तर मध्य रेलवे के 14 व्यस्त लेवल क्रॉसिंग गेट पर स्टेशन मास्टर और गेटमैन के बीच रिकॉर्डिंग सुविधा युक्त सुरक्षित संचार व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।
अगस्त 2020 के दौरान 34 ट्रैक किलोमीटर के नवीनीकरण के साथ कुल 137 ट्रैक किलोमीटर का टीआरआर (प्राथमिक) वर्तमान वित्त वर्ष 2020-21 में अगस्त तक पूरा किया जा चुका है। कोविड -19 स्थिति के बावजूद भी संरक्षा संबंधी रखरखाव एवं ट्रैक के अन्य सभी कार्यों का निष्पादन, रेलवे बोर्ड द्वारा अगस्त -20 के निर्धारित लक्ष्य से अधिक रहा है। प्वाइंट और क्रॉसिंग ज़ोन में ट्रेनों के संरक्षित संचालन के लिए; अगस्त में 05 थिक वेब स्विच स्थापित किए गए हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 9 थिक वेब स्विच स्थापित किये जा चुके हैं। खैरार- भीमसेन खंड में 02 पुलों को संरक्षित ट्रेन संचालन के लिए पुनर्वासित किया गया है।अगस्त -20 में झांसी मण्डल के रानीपुर-मऊरानीपुर के मध्य नील्स बाल टोकन प्रणाली के स्थान पर सालिड ब्लाक पैनल की स्थापना के साथ; पूरा मानिकपुर-बांदा- भीमसेन-झांसी खण्ड टोकन-लेस आधारित प्रणाली पर कार्य करने लगा है । प्रयागराज मण्डल में 4 एवं झाँसी मण्डल में 5 समेत कुल 09 ब्लॉक प्रूविंग एक्सल काउंटर (BPAC) की स्थापना की गई है . जो स्वचालित रूप से ट्रेन के पूर्ण आगमन की पुष्टि करेगा और बेहतर संरक्षा प्रदान करेगा। अगस्त -2020 में बिजौली और रानीपुर स्टेशनों पर उन्नत और संरक्षित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग की स्थापना के साथ वर्तमान वित्त वर्ष में अब तक 4 इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग स्थापित किये जा चुके है।
रोलिंग स्टॉक के संरक्षा के दृष्टिगत माह अगस्त 2020 में रखरखाव कार्यों के अंतर्गत 56 कोचों का इंटरमीडियेट ओवरहालिंग ( IOH ), 21 एलएचबी कोचों का शॉप शेड्यूल (एसएस- I), 30 कोचों का आवधिक ओवरहॉलिंग (पीओएच), 288 वैगनों का नियमित ओवरहालिंग (आरओएच) और 682 वैगनों की आवधिक ओवरहॉलिंग (पीओएच) का कार्य किया गया।
संरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रनिंग और अन्य श्रेणी के कर्मचारियों का कौशल और ज्ञान अपडेशन बहुत महत्वपूर्ण है। कोविड -19 समय के दौरान, सभी तीनों मण्डलों में ऑनलाइन प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं और अब तक, इलेक्ट्रिकल और डीजल ऑपरेशन विंग के 1000 से अधिक रनिंग स्टाफ को ऑनलाइन माध्यम से रेफ्रेशर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।