सदर विधानसभा सीट पर धीरे-धीरे रोमांचक दौर में पहुंच रहा है चुनाव
अदिति सिंह पर भारी पड़ रहे हैं सरल, सौम्य और स्वच्छ छवि वाले डॉ. मनीष सिंह चौहान
रायबरली कांग्रेस का गढ़ कहीं जाने वाली रायबरेली में दिन-प्रतिदिन चुनाव रोमांचक होता जा रहा है। जिले में सबसे दिलचस्प मुकाबला सदर विधानसभा सीट पर है। इस सीट से कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में शामिल हुई अदिति सिंह उम्मीदवार हैं। समाजवादी पार्टी ने आरपी यादव को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस के सिंबल से चुनाव जीतने के बाद प्रियंका गांधी पर लगातार हमलावर रही अदिति सिंह की बगावत को लेकर कांग्रेस ने बड़ी राजनीतिक बिसात बिछाई है। प्रियंका गांधी ने इनके सामने कांग्रेस से प्रख्यात फिजीशियन और सौम्य व सरल चिकित्सक डॉ. मनीष सिंह चौहान को टिकट देकर इस सीट पर मास्टर स्ट्रोक खेला है। प्रियंका के इस निर्णय ने मतदाताओं का मूड बदल दिया है। सामने एक स्वच्छ छवि के प्रत्याशी को देखकर मतदाता उन्हें हाथों-हाथ ले रहा है। वैसे तो डॉक्टर मनीष जन्मजात कांग्रेसी हैं लेकिन इस टिकट के साथ ही उन्होंने अपने जीवन की राजनैतिक पारी का आगाज कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 के चुनाव में अदिति सिंह ने कांग्रेस से दावेदारी की थी। पूरे प्रदेश में कांग्रेस और सपा का गठबंधन होने के नाते समाजवादी पार्टी ने सदर सीट पर उस समय उम्मीदवार नहीं उतारा था। लिहाजा अदिति सिंह भारी मतों से विजयी हुई। प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद अदिति सिंह भाजपा का गुणगान करने लगी और मौके, बेमौके पर वह कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा पर विवादास्पद बयान देने लगी। अपने इन्हीं बयानों के कारण वह सुर्खियों में आई और भारतीय जनता पार्टी से उनकी नजदीकियां बढ़ी। पार्टी की सदस्यता तो उन्होंने चुनाव से ठीक पहले गृहण की। भाजपा ने भी इनकी बगावत का मान रखा और इन्हें सदर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार बना दिया। प्रियंका गांधी ने अदिति को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एक ऐसे प्रत्याशी की तलाश शुरू की जिसकी व्यक्तिगत छवि साफ हो और उसके अंदर ऐसा सेवा भाव हो जिससे वह मतदाताओं को प्रभावित कर सके। प्रियंका गांधी की है तलाश सिमहैन्स हॉस्पिटल के डॉक्टर मनीष सिंह चौहान पर आकर खत्म हुई और उन्हें कांग्रेस ने नामांकन के अंतिम दिन से ठीक पहले उम्मीदवार बना दिया। प्रियंका गांधी के इस मास्टर स्टोक के बाद अदिति और भाजपा दोनों परेशानी में हैं। डॉ मनीष सिंह चौहान ने कहा कि राजनीति का धर्म है आम आदमी का मर्म समझना और उसमें भागीदार बनना। मनीष प्रभुता सम्पन्न और सेवा भाव से लबरेज़ एक ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हे पद, प्रतिष्ठा व प्रशस्ति की दरकार नहीं है। उनके चिन्तन के मूल में शोषित, पीड़ित व वंचित समाज को जीवन की मुख्य धारा से जोड़ना और उनके जीने के स्तर को सुविधा जनक बनाना ही है।