लालगंज, रायबरेली। बैसवारा अधिवक्ता एसोसिएशन ने ज्योतिरेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता में बैठक किया। वरिष्ठ अधिवक्ता शेरबहादुर वर्मा व बार एसोसिएशन के चपरासी रामदीन के चल रहे प्रकरण मे न्यायिक कार्य का बहिष्कार जारी चल रहा था कल सायं उपजिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह व तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह से एसोसिएशन के पदाधिकारियो के मध्य वार्ता हुई थी, जिसमें अधिवक्ताओ ने उपजिलाधिकारी न्यायालय में प्राइवेट तौर पर कार्य करने तथा न्यायालय की पत्रावलियां पर हस्तक्षेप करने वाले विनय मौर्या को हटाने व वरिष्ठ अधिवक्ता शेरबहादुर वर्मा को दबंगो से मिल रही धमकी से सुरक्षा व बार एसोसिएशन के चपरासी रामदीन के खेत के पड़ोसी काश्तकारो द्वारा पैमाइश के बावजूद बार-बार चकरोड पर कब्जा कर लेने के विरुद्ध कार्यवाही की माॅग किया था।उपजिलाधिकारी ने विनय मौर्या को हटाते हुए अन्य बिन्दुओ पर कार्यवाई का आश्वासन दिया था।
बैठक में अन्य चल रही समस्याओ पर कार्यवाही करने हेतु समय देकर न्यायिक कार्य करने का निर्णय लिया गया। वास्तव में विनय मौर्य की कारगुजारी ठीक नहीं थी विनय को सरकार से तनख्वाह नहीं मिलती थी जिसके चलते वह इधर-उधर के पैसे पर ही आश्रित था ।तारीख लगाने, नकल देने आदि कार्यों में खूब पैसा लेता था । अधिवक्ता गण उसकी मनमानी से ऊब चुके थे जिसके चलते ही अध्यक्ष ज्योेतिरेन्द्र मिश्रा ने विनय मौर्या को हटाने की मांग की थी जिसे एसडीएम ने कोर्ट से हटा लिया है लेकिन तहसील में अब भी वह तैनात है। उसको तनख्वाह किस मद से मिलती है यह कोई बताने को तैयार नहीं है। विनय मौर्य के अलावा भी कई लोग बिना सरकारी तनख्वाह के काम कर रहे हैं।
बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता राजबली सिंह, शैलेश त्रिवेदी,के पी सिंह, बिनय भदौरिया,राजेन्द्र चौधरी,अनुपम सिंह, यंग लॉयर्स एसोसिएशन सुन्दर बाजपेई, पूर्व महामंत्री अशोक शुक्ला,सुरेश निगम, संतोष सिंह, राजबहादुर मौर्य, बृजमोहन अवस्थी,शिवशंकर पाण्डेय, शेरबहादुर यादव लक्ष्मी शंकर यादव आदि उपस्थित रहे।