एमपी में जीवनदायनियों को जीवनदान देने को एसडीएम ने कसी कमर, तो यूपी में मंदाकिनी की सफाई कर रहे स्वयं सेवक
- विभागीय बैठक कर मंदाकिनी, सरयू व पयस्वनी नदियों को सतत नीरा बनाने के लिए बनाया प्लान
- नदी की जमीन से 30 फिट तक नहीं हो सकेगा निर्माण
- यूपी एसडीएम से वार्ता कर सरयू के सम्पूर्ण संरक्षण की करेंगे बात
रिपोर्ट – संदीप रिछारिया
धर्मक्षेत्र। दो प्रदेश की सीमाओं में बहने वाली सदानीराएं पयस्वनी व सरयू तो गंदे नाले में तब्दील हो चुकी हैं, जबकि मंदाकिनी अपनी अंतिम सांसे ले रही है। त्रिवेणी को वीरगति में पहुंचाने का काम हमारे अपनों ने ही कर दिया है। संघ के शिविर के दौरान मंदाकिनी की सफाई कराने वाले मप्र के अधिकारियों ने अब ठान लिया है कि चित्रकूट धाम में मौजूद नीराओं को सतत प्रवाह वाली बनाया जाएगा, जिससे कि किसी वीआईपी के आने पर मशक्कत न करनी पड़े।
मझगवां के एसडीएम पीएस त्रिपाठी ने विभागीय बैठक के दौरान अपने इरादे साफ करनते हुए कहा कि मां मंदाकिनी ,सरयू, एवं पयस्वनी नदी को पूरी तरह वर्ष भर सतत नीरा बनाने के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नदी के वन क्षेत्र में पड़ने वाले इलाके में जो भी अतिक्रमण है, उसे हटवाने के साथ ही नदी के बहाव क्षेत्र के दोनो ओर 30-30 मीटर पक्का या कच्चा निर्माण नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों से कहा कि नदी में वन क्षेत्र में पड़ने वाले स्थानो को अतिक्रमण मुक्त कराएं तथा चेक डैम बनाकर नदियों में साल भर पानी भरे रहने की व्यवस्था भी करें। सिचाई विभाग को निर्देशित किया कि नदियों में मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए रिटेनिंग वाल एवं चेक डैम का तैयार किया जाए। राजस्व विभाग एवं नगर परिषद के अधिकारियों को कहा कि नदियों में हो रहे अतिक्रमण को मुक्त कराएं एवं सरयू एवं पयस्वनी नदी के दोनों किनारों के तरफ 30 -30 फिट स्थाई निर्माण पर रोक लगाएं एवं 15 -15 फीट में अस्थाई निर्माण रोक लगाई जाए ताकि अतिक्रमण ना हो तथा भविष्य में बाढ़ की स्थिति न बन सके । उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अतिक्रमण करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि जल्द ही चित्रकूट के सुंदरीकरण के लिए समाज के सभी वर्गों के साथ बैठकर एक व्यापक बैठक की जाएगी। इसमें जनमानस के सुझाव लेकर आगे काम किया जाएगा। इस बैठक में नायब तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह ,सिंचाई विभाग प्रदीप पांडेय, वन क्षेत्राधिकारी एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी के० पी० सिंह ,उपयंत्री आशीष द्विवेदी तथा जनसंपर्क अधिकारी संदीप त्रिपाठी मौजूद रहें।