अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि निर्माणाधीन मंदिर में विराजमान होनेवाले भगवान के विग्रह को लेकर आम श्रद्धालुओं में कौतूहल बरकरार बना हुआ है। भगवान राम के भव्य मंदिर में बालक स्वरूप रामलला की स्थायी मूर्ति की स्थापना होगी।
कारसेवक पुरम में रखी एक मूर्ति है इस समय चर्चा का विषय। सूत्रों की मानें तो रामलला की मूर्ति दर्शन मार्ग में स्थायी मंदिर के पास रखी जाएगी। रामनगरी आनेवाले रामभक्त रामलला के बाल स्वरूप के दर्शन कर सकें।
मूर्ति का स्वरूप बेहद खूबसूरत है। धनुषधारी रूप में भगवान रामलला बाल स्वरूप में हैं और कमल दल पर विराजमान हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय बताते हैं कि यह मूर्ति भगवान राम के प्रति राजस्थान के एक श्रद्धालु के समर्पण और श्रद्धा का प्रतीक है। जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार किया।
भगवान रामलला के बालक रूप की मूर्ति कमल दल पर सवार है और इस मूर्ति का वजन लगभग सवा कुंतल है। मूर्ति का वजन बर्दाश्त करने वाली मजबूत मेज बनने के बाद उस पर मूर्ति रखी जाएगी।
महासचिव चंपत राय ने कहा कि भगवान राम की मूर्ति बालरूप की है और यदि बालरूप की मूर्ति कमल दल पर हो तो वह खूबसूरत लगती है।
- मनोज तिवारी