स्मार्ट तेजस रेक को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना महाप्रबंधक-विनय मोहन श्रीवास्तवलालगंज रायबरेली-आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना ने उत्पादन में अभूतपूर्व वृृद्धि कर एक नये चरण में प्रवेश किया है। आरेडिका के इतिहास में एक स्वर्णिम दिन की तरह जाना जायेगा। आरेडिका द्वारा विनिर्मित 160 किमी/घंटा की गति से चलने वाले 18 कोच के शयनयान स्मार्ट तेजस रेक को महाप्रबंधक आरेडिका विनय मोहन श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस शयनयान स्मार्ट तेजस रेक में कुल 18 कोच हैं जिसमें 10 एसी थ्री-टियर, 04 एसी टू-टियर, 01 फस्ट एसी, 01 पैन्ट्रीकार एवं 02 पाॅवरकार लगाये गये हैं। इस शयनयान स्मार्ट तेजस रेक के कोचों की बाडी को अण्डरफ्रेम सहित पूर्णतया स्टेनलेस स्टील से बनाया गया है तथा इन कोचों में कोरोगेटेड साइडवाल का प्रयोग किया गया है। कोचों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्वचालित प्लगडोर का प्रयोग किया गया है तथा एयरक्राफ्ट की तरह वैक्यूम इवाक्यूवेशन सिस्टम युक्त लेवोटरी का प्रयोग किया गया है साथ ही फायर स्मोक का पता लगाकर तुरन्त सूचना देने वाला यंत्र भी लगाया गया है। इसके अतिरिक्त इन कोचों को बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है जैसे-आकर्षक विनाईल शीट, बेहतर आन्तरिक सज्जा, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, यात्री घोषणा प्रणाली, ट्रेन का नाम और ट्रेन नंबर प्रदर्शित करने के लिए डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड, वाईफाई पर आधारित इन्फोटेनमेन्ट सिस्टम जिसमें स्मार्टफोन एकीकृत मीडिया और गेमिंग सेवाएं तथा मोबाईल एवं टैब के लिए एंड्राॅइड और आईओएस ऐप पर विडियो की सुविधा उपलब्ध होगी। इस स्मार्ट तेजस रेक के कोचों में यात्रियों की चिकित्सा या सुरक्षा के लिए आपातकालीन टाॅक बैक सिस्टम, वीडियो विश्लेषणात्मक आधारित सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम, कोच के अंदर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए सेंसर तथा स्मार्ट वाटर लेबल सेंसर जो कोच मे पानी कम होने पर अगले वाटरिंग स्टेशन को एसएमएस अर्लट भेजने में सक्षम है, आदि सुविधाएं सम्मिलित है।
इसी क्रम में आरेडिका ने अपने विकास की श्रृंखला में लगातार आगे बढ़ रहा है इस विकास और बढ़ते कोचों के विनिर्माण की गति का मूल्यांकन करके भारतीय रेलवे ने लगातार इस वर्ष भी आरेंडिका को उत्कृष्ट उत्पादन ईकाई के रूप में चयनित किया गया है।
महाप्रबंधक आरेडिका विनय मोहन श्रीवास्तव और प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता अनूप कुमार ने इस उपलब्धि का श्रेय सम्पूर्ण आरेडिका के समर्पण और कड़ी मेहनत को दिया है जो सभी विभागों के विशेष रूप से उत्पादन और भंडार विभाग के समन्वय से संभव हो सका है।