रिपोर्ट- सुधीर त्रिवेदी
बांदा। मंडलायुक्त और जिलाधिकारी बांदा के दिए गए निर्देशों के क्रम में रविवार को कलेक्ट्रेट में अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह की अध्यक्षता में कोरोना कफ्र्यू के मद्देनजर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं मूल्य नियंत्रण संबंधित बैठक की गई। बैठक में मौजूद व्यापारियों ने बताया कि इस समय आटा, चावल, आलू, प्याज और हरि सब्जियों की आपूर्ति में विशेष दिक्कत नहीं है। व्यापारियों ने बताया कि अरहर दाल की आपूर्ति बाहर से होती है। जो कुछ हद तक प्रभावित है। बाहर की मंडियां विशेषकर पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश की बंद होने के कारण आपूर्ति प्रभावित हो रही है। संभावना है कि कुछ दिनों में एमपी की यह मंडियां खुल जाएंगी। विटामिन-सी युक्त संतरे की कीमत अधिक होने की वजह इस बार नागपुर में फसल नहीं होना बताया गया है। इसी प्रकार नीबू की आपूर्ति भी मांग के सापेक्ष कम हो रही है।
बैठक में अपर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और कालाबाजारी किसी भी दशा में नहीं होना चाहिए। अधिक मूल्य लेने पर संबंधित व्यापारियों के खिलाफ महामारी अधिनियम और सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जिला पूर्ति अधिकारी राजीव तिवारी, प्रभारी सचिव मंडी समिति रवीन्द्र कुमार तिवारी के साथ-साथ व्यापारी मनीष गुप्ता, विष्णु कुमार गुप्ता, अरविन्द दुबे, सुनील कुमार गुप्ता, राकेश, रामबाबू, हर्षित और आशीष कुमार आदि उपस्थित रहे।
आवश्यक वस्तुओं के ज्यादा मूल्य लेने पर होगी कड़ी कार्यवाही
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